नहीं पता था इकबाल मेमन ही 'मिर्ची': प्रफुल्ल

विजय वी सिंह, मुंबई
एनसीपी नेता ने प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों को पूछताछ में बताया है कि उन्हें नहीं पता था कि इकबाल मेमन और इकबाल मिर्ची एक ही शख्स था। उन्होंने दावा किया है कि ड्रग माफिया के साथ डील एक रिश्तेदार ने की थी जिनकी कुछ साल पहले मौत हो गई। गौरतलब है कि अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के लिए काम कर चुके मेमन के खिलाफ चल रही मनी लॉन्डरिंग केस की जांच के सिलसिले में पटेल से शुक्रवार को 12 घंटे पूछताछ की गई।

पटेल परिवार की प्रमोट की कंपनी पर सवाल
सूत्रों के मुताबिक यह जांच मिलेनियन डिवेलपर्स नाम की कंपनी, पटेल परिवार जिसे प्रमोट कर रहा था और मिर्ची के परिवार के बीच हुए कानूनी समझौतों को लेकर हो रही है। ईडी अब फारूक पटेल नाम के एक शख्स की तलाश में है जिसने पटेल और मिर्ची के बीच डीलिंग कराई। फारूक का नाम मिर्ची के रिश्तेदार मुख्तार पटका से पूछताछ के दौरान सामने आया। पटका भारत में मिर्ची के जमीन संबंधी मामले देखता था। पटेल ने ईडी के सामने फारूक को जानने की बात मानी है।

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मिर्ची के परिवार ने दिए 5 करोड़
अधिकारियों ने कहा है क मिर्ची ने वर्ली में 1985 में जमीन के एक प्लॉट पर कब्जा कर लिया था। यह हिस्सा पटेल परिवार का था। मिर्ची ने वहां डिस्को शुरू कर दिया और यहां से ड्रग्स का व्यापार चलाता था। बाद में वह गिरफ्तारी से बचने के लिए विदेश भाग गया। 1999 में डिस्को बंद हो गया और मिलेनियम डिवेलपर्स ने मिर्ची की पत्नी हाजरा से पूरा प्लॉट डिवेलप करने की डील की। कंपनी ने यहां सीजे हाउस नाम की 15 मंजिला इमारत खड़ी की और उसमें से दो फ्लोर हाजरा और उसके दो बेटों को दे दीं। मिर्ची की 2013 में लंदन में मौत हो गई।

ईडी के अधिकारियों ने पटेल से मिलेनियम डिवेलपर्स के मिर्ची की पत्नी और बेटों से 5 करोड़ रुपये लेने के मामले में पूछताछ की है। पटेल ने उन्हें बताया कि यह रकम इमारत की मेंटेनेंस के लिए ली गई होगी। ईडी प्रफुल्ल पटेल और मिर्ची के बीच एक कॉमन फ्रेंड के जरिए फोन पर हुई बातचीत की जांच भी कर रही है।

Source: National Feed By RSS

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