मुख्यमंत्री भूपेश बघेल करेंगे राष्ट्रीय कृषि मेला का उद्घाटन

राजधानी में 23 से 25 फरवरी तक आयोजित होगा राष्ट्रीय कृषि मेला


रायपुर, 22 फरवरी 2020/ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल 23 फरवरी को अपरान्ह 4 बजे फल-सब्जी, उपमंडी प्रांगण, तुलसी बाराडेरा, रायपुर में 23 से 25 फरवरी तक आयोजित होने वाले राष्ट्रीय कृषि मेला 2020 का शुभारम्भ करेंगे। उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चैबे करेंगे और विशिष्ट अतिथियों में नगरीय प्रशासन मंत्री डाॅ. शिव डहरिया, राज्यसभा सांसद श्रीमती छाया वर्मा, लोकसभा क्षेत्र रायपुर सांसद श्री सुनील कुमार सोनी, विधायक श्री सत्यनारायण शर्मा, श्री बृजमोहन अग्रवाल, श्री कुलदीप जुनेजा, श्री विकास उपाध्याय, श्रीमती अनिता योगेन्द्र शर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती डोमेश्वरी वर्मा, महापौर रायपुर श्री एजाज ढेबर, जनपद पंचायत धरसींवा की अध्यक्ष श्रीमती उत्तराकमल भारती, सदस्य जिला पंचायत श्रीमती सविता विनय गेण्ड्रे, सदस्य जनपद पंचायत श्री इंदर साहू, सरपंच तुलसी बाराडेरा श्री टुमन घीवर गरियामय उपस्थिति में संपन्न होगा।
तुलसी बाराडेरा स्थित फल-सब्जी उपमंडी के लगभग 32 एकड़ क्षेत्र में इस मेले का आयोजन किया जा रहा है। इस तीन दिवसीय कृषि मेले में छत्तीसगढ़ के अलावा देश के विभिन्न हिस्से के प्रगतिशील कृषक शामिल होंगे। मेले में कृषि के आधुनिक तौर-तरीकों पर कृषि विशेषज्ञों के साथ परिचर्चा होगी और कृषि तथा इससे जुड़े विभागों की प्रदर्शनी लगायी जा रही है।
यहां छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी सुराजी गांव योजना का जीवन्त प्रदर्शन किया जा रहा है। इस प्रदर्शन में इस योजना के चार घटकों- नरवा, गरूवा, घुरवा, बाड़ी के माॅडल बनाए गए हैं। इसके अलावा मछलीपालन, पशुपालन, रेशमपालन सहित विभिन्न विभागों की प्रदर्शनी भी लगाई जा रही है तथा उन्नत कृषि के लिए विशेषज्ञों की परिचर्चा का भी आयोजन होगा। राष्ट्रीय कृषि मेला में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, छत्तीसगढ़ राज्य बीज विकास निगम, कामधेनु विश्वविद्यालय, दुग्ध महासंघ और मंडी बोर्ड द्वारा स्टाॅल लगाया जा रहा है। इन स्टाॅलों में अपने विभाग में संचालित शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी कृषकों को दी जाएगी।
कृषि मेले में सब्जियों के ग्राफ्टेड पौधे जैसे पोमेटो (ग्राफ्टेड आलू और टमाटर) विशेष आकर्षण का केंद्र रहेंगे। कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण नवाचार एवं प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने के लिए राज्य के प्रगतिशील कृषकों एवं स्व-सहायता समूहों के उत्पादों की प्रदर्शनी लगायी जाएगी, जिसमें पशुधन विकास से संबंधित विभिन्न उत्पादों को न्यूनतम मूल्यों पर बेचा जाएगा।
कृषि मेले में किसानों को परम्परागत सीड ड्रिल बुवाई यंत्र से हटकर बीज की बुवाई करने वाले आधुनिक तकनीक पर आधारित न्यूमैटिक प्लांटर का प्रदर्शन देखने को मिलेगा। राष्ट्रीय कृषि मेला में कृषि इंजीनियरिंग विभाग द्वारा अनेक नये एवं आधुनिक कृषि उपकरणों का प्रदर्शन किया जाएगा, जो न केवल प्रगतिशील किसानों के लिए उपयोगी होगा बल्कि अपने खेती-बाड़ी को आगे बढ़ाने वाले किसानों के लिए आकर्षण का केन्द्र होगा।