केवीआईसी ने भूटान, संयुक्त अरब अमीरात और मैक्सिको में ट्रेडमार्क का पंजीकरण कराया

नई दिल्ली : खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) ने हाल ही में तीन देशों- भूटान, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और मैक्सिको में अपने ट्रेडमार्क का पंजीकरण कराया है। यह विश्व स्तर पर “खादी” ब्रांड की पहचान की रक्षा करने की दिशा में उठाया गया एक बड़ा कदम है। इन देशों के अलावा, केवीआईसी के ट्रेडमार्क आवेदन दुनिया भर के 40 देशों में लंबित हैं जिनमें अमेरिका, कतर, श्रीलंका, जापान, इटली, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, सिंगापुर, ब्राजील और अन्य शामिल हैं।

जहां केवीआईसी ने नौ जुलाई को भूटान में नवीनतम ट्रेडमार्क पंजीकरण हासिल किया; उसे संयुक्त अरब अमीरात में 28 जून को ट्रेडमार्क पंजीकरण प्रदान किया गया। इसके साथ, केवीआईसी पहली बार पश्चिम एशिया के किसी देश में ट्रेडमार्क पंजीकरण हासिल करने में सफल रहा है। इससे पहले, केवीआईसी को दिसंबर 2020 में मैक्सिको में “खादी” के लिए ट्रेडमार्क पंजीकरण मिला था।

अब तक केवीआईसी को छह देशों- जर्मनी, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, रूस, चीन और यूरोपीय संघ में “खादी” शब्द का ट्रेडमार्क पंजीकरण हासिल था, जहां कुछ वर्गों में ट्रेडमार्क पंजीकरण दिए गए थे। हालांकि, भूटान, संयुक्त अरब अमीरात और मैक्सिको में हाल ही में ट्रेडमार्क पंजीकरण के साथ, ऐसे देशों की संख्या नौ हो गई है। इन देशों में, केवीआईसी ने खादी कपड़े, खादी रेडीमेड कपड़ों और ग्रामीण उद्योग के उत्पादों जैसे खादी साबुन, खादी सौंदर्य प्रसाधन, खादी अगरबत्ती से संबंधित विभिन्न वर्गों में पंजीकरण हासिल किया है।

केवीआईसी के इतिहास में यह पहली बार है कि पिछले पांच वर्षों में “खादी” ब्रांड की रक्षा के लिए निरंतर प्रयास किए गए हैं। खादी हमें किसी और से नहीं बल्कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से मिला है।

केवीआईसी के अध्यक्ष श्री विनय कुमार सक्सेना ने कहा कि ये ट्रेडमार्क पंजीकरण विश्व स्तर पर “खादी” ब्रांड नाम के किसी भी दुरुपयोग को रोकेंगे। उन्होंने कहा कि हाल के वर्षों में, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की खादी को अपनाने की अपील के कारण भारत और विदेशों में खादी की लोकप्रियता में भारी वृद्धि हुई है। इसलिए, खादी की पहचान की रक्षा करना और वास्तविक खादी उत्पादों का निर्माण करने वाले लाखों खादी कारीगरों और उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करना केवीआईसी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।

यह घटनाक्रम बहुत महत्व रखता है क्योंकि मैक्सिको और जर्मनी जैसे देशों में कुछ निजी स्थानीय संस्थाओं द्वारा अपने-अपने देशों में “खादी” ब्रांड नाम के लिए ट्रेडमार्क पंजीकरण हासिल करने के मामले सामने आए हैं। मैक्सिको में, केवीआईसी ने “वन फाउंडेशन ओक्साका एसी” के ट्रेडमार्क आवेदन को चुनौती दी, जिसने “खादी” लोगो के लिए आवेदन किया था। हालांकि, कंपनी ने केवीआईसी की आपत्तियों को चुनौती नहीं दी और “खादी” शब्द तथा “खादी” लोगो के लिए ट्रेडमार्क पंजीकरण केवीआईसी के पक्ष में दिया गया।

इसी तरह, जर्मनी में, केवीआईसी ने एक स्थानीय कंपनी – बेस्ट नेचुरल प्रोडक्ट्स जीएमबीएच (“बीएनपी”) को चुनौती दी, जिसे 2011 में यूरोपीय संघ और अन्य देशों में विभिन्न वर्गों में “खादी” का चिह्न और इससे संबंधित चिह्नों के पहले से ही अधिकार मिल गए थे।लंबी कानूनी लड़ाई और विदेश मंत्रालय की मदद से राजनयिक माध्यम के जरिए बातचीत के बाद, बीएनपी ने केवीआईसी के साथ ट्रेडमार्क विवादों को सौहार्दपूर्ण ढंग से निपटाने की इच्छा जतायी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *