हिंडनबर्ग रिसर्च ने भारतीय निवेशकों को एक बार फिर सचेत कर दिया है और यह बताया है कि उनकी लिए बड़ी सूचना है. हिंडनबर्ग के एक्स पोस्ट के बाद चर्चाओं का बाजार गर्म है. हिंडनबर्ग किस कंपनी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाती है यह जानने के लिए लोग उत्सकु हैं, लेकिन रिपोर्ट की विश्वसनीयता भी सवालों के घेरे में है.
कंपनी का एक प्रमुख काम शॉर्ट सेलिंग भी है. ये कंपनियों पर अपनी रिपोर्ट के ज़रिये उनमें अपनी पोजीशन बनाती है. इससे पता चल सकता है कि क्या कुछ कंपनियों के बाज़ार मूल्य में गिरावट आ सकती है.
कंपनी के फाउंडर नेट एंडरसन खुद को एक एक्टिविस्ट शॉर्ट सेलर बताते हैं.
हिंडनबर्ग रिसर्च 2017 से काम कर रही है और उसका दावा है कि उसने अब तक 16 ऐसी रिपोर्ट्स जारी की हैं, जिनमें अमेरिका की सिक्योरिटीज़ एंड एक्सचेंज कमीशन के अलावा देश-विदेश की कंपनियों में गैरकानूनी लेनदेन और वित्तीय अनियमितताओं को उजागर किया गया है.
हिंडनबर्ग रिसर्च अफिरिया, परशिंग गोल्ड, निकोला और कुछ दूसरी नामी-गिरामी कंपनियों में वित्तीय अनियमितताओं को उजागर करने का दावा करती है.
हिंडनबर्ग रिपोर्ट के डिस्क्लेमर में लिखा है, “ यह रिपोर्ट सिक्योरिटीज पर कोई सलाह नहीं है. यह जांच-पड़ताल पर आधारित रिपोर्ट है. हम हर पाठक को सलाह देते हैं कि वे खुद से जांच-पड़ताल करें. हिंडनबर्ग रिसर्च के शोध का इस्तेमाल करना आपके अपने जोखिम पर है.
किसी भी स्थिति में हिंडनबर्ग रिसर्च या इससे जुड़ी कोई भी पार्टी इस रिपोर्ट में दी गई जानकारी के कारण हुए किसी भी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष व्यापारिक नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगी. आप इस बात से सहमत हैं कि आप खुद से रिसर्च और जांच-पड़ताल करेंगे और किसी भी निवेश का फैसला लेने से पहले अपने वित्तीय, कानूनी और कर सलाहकार से सलाह लेंगे.”
अमेरिकी कंपनी हिंडनबर्ग ने शनिवार को सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) की चेयरपर्सन पर गंभीर आरोप लगाए। हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया कि माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच की अडाणी ग्रुप से जुड़ी ऑफशोर कंपनी में हिस्सेदारी है।
बुच ने इन आरोपों को “निराधार” और “चरित्र हनन” का प्रयास बताया है। SEBI चेयरपर्सन ने सभी फाइनेंशियल रिकॉर्ड डिक्लेयर करने की इच्छा व्यक्त की। अपने पति धवल बुच के साथ एक जॉइंट स्टेटमेंट में उन्होंने कहा, ‘हमारा जीवन और फाइनेंसेस एक खुली किताब है।’
पिछले साल अडाणी ग्रुप पर वित्तीय अनियमितता के आरोप लगाकर हिंडनबर्ग रिसर्च चर्चा में आई थी। व्हिसलब्लोअर दस्तावेजों के आधार पर हिंडनबर्ग ने दावा किया कि बुच और उनके पति की मॉरीशस की ऑफशोर कंपनी ‘ग्लोबल डायनामिक अपॉर्च्युनिटी फंड’ में हिस्सेदारी है।
हिंडनबर्ग ने आरोप लगाया है कि ‘ग्लोबल डायनामिक अपॉर्च्युनिटी फंड’ में कथित तौर पर अडाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडाणी के भाई विनोद अडाणी ने अरबों डॉलर निवेश किए हैं। इस पैसे का इस्तेमाल अडाणी ग्रुप के शेयरों के दामों में तेजी लाने के लिए किया गया था।