जेठा, (सक्ती)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सक्ती जिले के ग्राम जेठा में आयोजित भाजपा की जनसभा में कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि धर्म के नाम पर देश को बांटने वाली कांग्रेस आजादी के बाद भी पहले दिन से तुष्टीकरण में लगी हुई थी. तुष्टीकरण, वोट बैंक की राजनीति एक कांग्रेस के डीएनए में है. तुष्टिकरण के लिए कांग्रेस को दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों का हक भी छीनना पड़े तो वो एक सेकंड नहीं लगाएंगे, जबकि भाजपा सबका साथ सबका विकास के मंत्र पर चलने वाली पार्टी है.
जांजगीर लोकसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी कमलेश जांगड़े और रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी राधेश्याम राठिया के पक्ष में प्रचार करने पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनसभा में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी प्राथमिकता गरीब, युवा, महिला और किसान का कल्याण है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 60 साल तक देश में गरीबी हटाओ का नारा दिया और अपने नेताओं की तिजोरी भरती रही. लेकिन मोदी ने नारेबाजी नहीं की. मोदी ने आपसे नाता जोड़ा, नारा नहीं दिया और मोदी ने 10 वर्ष में 25 करोड़ मेरे देशवासियों के जो गरीबी में जिंदगी जीते थे, मुसीबत में जीते थे. जिनके सपने बचे नहीं थे, उन गरीबों को 25 करोड़ गरीबों को गरीबी से बाहर निकाला है.
इसके पहले मंच में रामनामी समाज के आचार्य की मौजूदगी में रामनामी समाज का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि यह अपनी भक्ति, अपने भगवान श्री राम के प्रति अपने समर्पण और प्रकृति प्रेम के लिए जाना जाता है. कहते हैं रामनामी समाज के पूर्वजों ने डेढ़ 100 साल पहले ही बता दिया था कि राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कब होगी. मोदी के जिस मंदिर की. प्राण प्रतिष्ठा का सौभाग्य मिला, अयोध्या के जिस मंदिर की उम्मीद कभी देश छोड़ चुका था. सबने मान लिया तब तो मामला खत्म नहीं होगा. उस उम्मीद को पूरा करने का काम भारतीय जनता पार्टी ने किया है. ये कमल वालों ने किया है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के लोग हम पर तंज करते थे. हर चुनाव में हमें पूछा जाता था मंदिर कब बनेगा. कांग्रेस वाले तो आए दिन गली-मोहल्ले में कहा करते थे, अरे बताओ, मंदिर कब बनेगा. नारा देते थे मंदिर वहीं बनाएंगे, तारीख नहीं बताएंगे. हमने उन्हें तारीख भी बताई, समय भी बताया, निमंत्रण भी भेजा. लेकिन कांग्रेस के सातवें आसमान के अहंकार ने अपने आप को राम से भी बड़ा मानते हैं. प्रभुराम से भी बड़ा मानते हैं और उन्होंने प्राणप्रतिष्ठा के कार्यक्रम का निमंत्रण ठुकरा दिया. यह हमारे ऐसे संतों का अपमान है, माता शबरी का अपमान है.
जनसभा में बड़ी संख्या में लोगों की मौजूदगी के साथ-साथ मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, वित्त मंत्री ओपी चौधरी, सतनामी समाज के धर्मगुरु और आरंग से विधायक खुशवंत सिंह, छालीवुड कलाकार अनुज शर्मा, पूर्व नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल सहित बड़ी संख्या में भाजपा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद थे.