बेंगलुरु: ऑपिस में खाता खुलवाने वाली महिलाओं की संख्या देखकर डाकघर के कर्मचारी भी हक्का-बक्का रह गए. उन्हें भी नहीं समझ आ रहा था कि अचानक खाता खुलवाने के लिए महिलाओं का हुजूम इतना क्यों उमड़ा है. नौबत यह आ गई कि पोस्ट ऑफिस अधिकारियों को महिलाओं के अकाउंट खोलने के लिए अतिरिक्त स्टाफ को तैनात करना पड़ा. महिलाओं की भीड़ को कंट्रोल करने के लिए पुलिस की मदद भी लेनी पड़ी. हैरानी की बात तो यह है कि अकाउंट खोलने वाले के लिए महिलाएं सुबह 3 बजे से ही लाइन में लग गई थीं. पहले इस पोस्ट ऑफिस में रोजाना 100-200 अकाउंट खुलते थे, मगर अब हर दिन 700 से 800 अकाउंट खुल रहे हैं.!
आखिर क्यों दौड़ीं महिलाएं?
महिलाओं के बीच चर्चा यह थी कि इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक के तहत खोले गए हर एक अकाउंट में डाक विभाग पैसा जमा कर रहा था. महिलाओं को इस अफवाह की भनक व्हाट्सऐप ग्रुप से लगी थी. ये अफवाहें पिछले कुछ दिनों से व्हाट्सऐप ग्रुप पर चल रही थीं और आरडब्ल्यूए ग्रुप्स में वायरल थीं. इन्हीं के जरिए महिलाओं को खबर लगी कि रजिस्ट्रेशन की आखिरी तारीख सोमवार है. यही वजह है कि सोमवार को जनरल पोस्ट ऑफिस में सैकड़ों महिलाएं अपना अकाउंट खुलवाने पहुंच गईं.!
डाक विभाग को लगाने पड़े पोस्टर्स
अखबार ने डाक विभाग के सूत्रों के हवाले से बताया कि महिलाओं का मानना था कि 8 हजार पाने के लिए सबसे पहले अकाउंट खुलवाना होगा. उनका मानना था कि यह कार्यक्रम पहले से ही चल रहा है और डाक विभाग ने सभी के अकाउंट में 8,000 रुपये जमा करना शुरू कर दिया है. पोस्ट ऑफिस के चीफ पोस्ट मास्टर एचएम मंजेश ने बताया कि उन्होंने एंट्री गेट्स पर पोस्टर भी लगाए हैं. इनमें कहा गया है कि डाक विभाग द्वारा इस तरह के किसी नकद प्रोत्साहन कार्यक्रम या पहल की घोषणा नहीं की गई है. केवल सोमवार को दोपहर तक 2,000 से अधिक महिलाएं पोस्ट ऑफिस पहुंच चुकी थीं.!