Jharkhand Politics :झारखंड में हेमंत सोरेन को जमानत मिलने के बाद एक बार फिर सीएम बनने जा रहे हैं। उन्हें अपने विधायक दल का नेता चुना गया है और उन्होंने राज्यपाल को सीएम पद से इस्तीफा सौंपा दिया। वहीं हेमंत ने राज्यपाल के समक्ष नई सरकार बनाने का दावा पेश किया। राज्यपाल से 7 जुलाई को शपथ समारोह रखने का आग्रह किया गया है।
चंपई सोरेन को सीएम बनाते वक्त हेमंत सोरेन ने उन्हें कोल्हान का टाइगर बताया था। वे सरायकेला-खरसावां जिले के जिलिंगगोड़ा गांव के निवासी हैं और हेमंत सोरेन परिवार के बहुत करीबी माने जाते हैं। उन्होंने अलग झारखंड राज्य की मांग को लेकर शिबू सोरेन के साथ मिलकर एक लंबी लड़ाई लड़ी है।
चंपई सोरेन ने 1991 में पहली बार निर्दलीय जीत हासिल करके विधायक बने और बाद में उन्होंने जेएमएम में शामिल हो लिया। वे 2000 के चुनाव में हारे, लेकिन 2005 के बाद से वे लगातार विधायक चुने जा रहे हैं।
चंपई सोरेन ने अपनी राजनीतिक करियर में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है। वे अर्जुन मुंडा की सरकार में 2 साल 129 दिनों तक मंत्री रहे , चंपई 11 सितंबर 2010 से 18 जनवरी 2013 तक मंत्री रहे. इसके बाद राष्ट्रपति शासन लग गया था और फिर हेमंत सोरेन की अगुवाई में बनी झारखंड मुक्ति मोर्चा की सरकार में चंपई सोरेन को खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, परिवहन मंत्री बनाया गया. दूसरी बार उन्हें 2019 में हेमंत सोरेन सरकार में परिवहन, अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री बनाया गया था. हेमंत के जेल जाने के बाद उन्हें मुख्यमंत्री बनाया गया था.
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