स्त्री 2 मूवी रिव्यू सारांश:स्त्री 2 एक खतरनाक राक्षस की कहानी है। पहले भाग की घटनाओं के कुछ साल बाद, चंदेरी में शांतिपूर्ण जीवन बाधित हो जाता है क्योंकि कुछ लड़कियाँ गायब होने लगती हैं। विक्की (राजकुमार राव) अभी भी अपनी प्रेमिका (श्रद्धा कपूर) के लौटने का इंतज़ार कर रहा है। उसके दोस्त बिट्टू (अभिषेक बनर्जी) और रुद्र (पंकज त्रिपाठी) उसे आगे बढ़ने की सलाह देते हैं लेकिन वह सुनने से इनकार कर देता है। बिट्टू चिट्टी (अन्या सिंह) नाम की लड़की से प्यार करता है और एक दिन वह रहस्यमय तरीके से गायब हो जाती है। एक ड्रग एडिक्ट, जो उसके अपहरण का गवाह है, कहता है कि एक सिरहीन आदमी (सरकटा) चिट्टी को ले गया। इस बीच, विक्की की प्रेमिका अचानक वापस आ जाती है और वह विक्की को सरकटा और उसकी दुष्ट योजना के बारे में बताती है। वह राक्षस को हराने के लिए उसकी मदद मांगती है। आगे क्या होता है, यह फिल्म में दिखाया गया है।
स्त्री 2 फिल्म की कहानी समीक्षा
नीरेन भट्ट की कहानी शानदार है और स्त्री की कहानी को अच्छी तरह आगे बढ़ाती है। नीरेन भट्ट की पटकथा मनोरंजन से भरपूर है और दर्शकों को उनके पैसे वसूल है। नीरेन भट्ट के संवाद फिल्म की खासियतों में से एक हैं और दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर देंगे।
अमर कौशिक का निर्देशन बेहतरीन है और यह साफ़ है कि उनकी कहानी कहने की शैली विकसित हुई है। जिस तरह से उन्होंने हास्य का तड़का लगाया है और साथ ही दर्शकों को डराने का काम किया है, वह देखने लायक है। इंटरवल से पहले का दृश्य और मेंटल हॉस्पिटल का दृश्य बेहतरीन है। साथ ही, वह हॉरर कॉमेडी की दुनिया को भी आगे ले जाते हैं और स्त्री की दुनिया को भेड़िया [2022] से भी जोड़ते हैं
दूसरी तरफ, भाग 1 के कुछ सवाल अभी भी अनुत्तरित हैं। दूसरे, दो अंत क्रेडिट गाने बहुत ज़्यादा हो जाते हैं।
स्त्री 2 मूवी रिव्यू परफॉर्मेंस:
राजकुमार राव ‘चंदेरी का रक्षक’ के रूप में मनोरंजक हैं। उनकी कॉमिक टाइमिंग एकदम सटीक है। श्रद्धा कपूर के पास स्क्रीन पर सीमित समय है, लेकिन वह अपने अभिनय और स्क्रीन प्रेजेंस से इसकी भरपाई करती हैं। पंकज त्रिपाठी फिल्म की आत्मा हैं और जिस तरह से उन्होंने सहजता से लोगों को हंसाया है, वह काबिले तारीफ है। अपारशक्ति खुराना पहले हाफ में बहुत अच्छे हैं, लेकिन बाद में वे कमज़ोर नज़र आते हैं। अभिषेक बनर्जी (जाना) ने शो को हिलाकर रख दिया है। तमन्ना भाटिया (शमा) शानदार हैं। अन्या सिंह अपनी छाप छोड़ती हैं, जबकि मुश्ताक खान बेकार चले जाते हैं। अक्षय कुमार और वरुण धवन के कैमियो बेहतरीन हैं।
स्त्री 2 मूवी रिव्यू निष्कर्ष:
कुल मिलाकर, स्त्री 2 एक सफल बॉलीवुड फ्रैंचाइज़ का जन्म है और इसमें हास्य और हॉरर दोनों भरपूर मात्रा में हैं। बॉक्स ऑफिस पर, इसने शानदार शुरुआत की है और यह निर्माताओं और प्रदर्शकों को खुश रखते हुए आराम से 300 करोड़ रुपये के क्लब में प्रवेश करेगी। दृढ़ता से अनुशंसित!