आखातीज (आदिवासी नव: वर्ष) पर के शुभ अवसर पर आप सभी किसान बंधू ओ एवम् कृषि के सभी महान विचारको को बहुत बहुत बधाई शुभकामना !
🌱 आदिवासी”नव: वर्ष (आखातीज)
आदि किसान बंधू आज सभी कार्य खेताे पर जेसे:-
🌱भुमि पुजा
🌱बैल पूजा
🌱कृषि यंत्रो कि पुजा,
🌱अग्नि पुजा ,
🌱नए वर्ष में अन्न को धरती मा मे समाहित करना आदि प्रकृति रुपी पुजा कर ना )
🌱 आदि किसान आज आखातीज के दिन घर छोड़ कर खेतो में खाना पीना ओर रहना आदि
🌱🌿🌾🌽🌳🌴
प्रकृति रूपी भगवान👇
🌱भू -भूमि
🌱ग-गगन,
🌱व-वायु,
🌱अ-अन्न,,अग्नि
🌱न-नीर ) से यही कामना करते है कि आने वाले नये नव: वर्ष सभी कृषक बंधूओ का *आने वाला समय अच्छी वर्षा ,अच्छा मौसम, अच्छी फसल की पैदावार हो जिससे आप खुद का ओर राष्ट निर्माण के सहयोग मे भागीदारी बने।
*आदिवासियों के रीति रिवाज एवं पर्वों के पीछे कोई न कोई वैज्ञानिक कारण और भौगोलिक परिस्थितियां अवश्य होती है सतपुड़ा, विंध्याचल, अरावली पर्वत के आदिवासियों के अखाती पर नव वर्ष मनाने के पीछे वैज्ञानिक कारण यह रहता है इस समय प्रकृति का नव निर्माण होता है इस अंचल में पीपल🌴,महूआ,साल के वृक्ष में नवीन पत्तों का आगमन होता है!