छत्तीसगढ़ राज्य में विधानसभा चुनाव पश्चात मोदी की गारंटी में किसानों का धान 3100 रुपये समर्थन मूल्य में क्रय करने की गारंटी दी गई थी। वर्तमान में किसान कड़ाके की ठंड में सुबह से धान बेचने धान खरीदी केंद्रों में पहुंच रहे हैं। उनका धान 2300 रुपये प्रति क्विंटल में लिया जा रहा है।
इससे किसान निराश व हताश हैं। आप पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल साहू, प्रमुख प्रवक्ता सूरज उपाध्याय एवं विजय कुमार झा ने किसानों के साथ छत्तीसगढ़ राज्य में हो रही धोखेबाजी की निंदा की है।
श्री झा ने बताया कि कुछ किसानों के धान के रकबा में कमी आ रही है। राजस्व विभाग में आपत्ति करने पर पटवारी, तहसीलदार के पास, खाद्य व कृषि विभाग जाने का परामर्श दे रहे हैं। रकबा कम होने और धान फसल में अंतर होने के कारण भी किसान धान खरीदी केंद्र में विक्रय करने के लिए परेशान हो रहे हैं। श्री झा ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से मांग की है कि किसानों के लिए मोदी की गारंटी अब वारंटी साबित हो रही है। इसलिए सुशासन के तहत तत्काल धान खरीदी हेतु किए गए वादे के अनुरूप 3100 रुपये प्रति किंवटल में क्रय करने तथा किसानों के खाते में दर्ज रकबा को मान्य करने का निर्देश देने हेतु कृषि मंत्री को मुख्यमंत्री निर्देशित करें। अन्यथा आम आदमी पार्टी प्रधानमंत्री से छत्तीसगढ़ राज्य के किसानों की ओर से शिकायत करेगी। आवश्यकता पड़ने पर जिलों में धान खरीदी केंद्रों में विरोध प्रदर्शन भी करेगी।
किसानों से कम धान खरीदने का षड्यंत्र कर रही सरकार : कांग्रेस
कांग्रेस ने सरकार पर धान नहीं खरीदने के षड्यंत्र के आरोप लगाए हैं। राजीव भवन में चर्चा के दौरान कांग्रेस नेताओं ने कहा कि सरकार, किसानों से धान खरीदी कम करना चाहती है। इस बार 160 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य है। इसके लिए शनिवार, रविवार और सरकारी छुट्टियों को घटाकर 47 दिन ही खरीदने निर्देश हैं। एक किसान के शेष- धान के लिए आगामी दिनों की तारीख दी जा रही है। चर्चा के दौरान पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज समेत अन्य वरिष्ठ नेताओं ने सरकार पर निशाना साधा। वहीं दावे किए कि सरकार ने 72 घंटे में खाते में पैसा आने की बात कही है लेकिन – पहले दिन धान बेचने वालों के खाते के रकम नहीं आई। जो रकम आ रही है वह एकमुश्त 3100 रुपये नहीं है। गलत अनावरी रिपोर्ट पर कम धान खरीदा जा – रहा है। अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि – किसानों से पूरा 21 क्विंटल धान नहीं खरीदा जा रहा है।