कुल 90 सीटों में से भाजपा ने 48, कांग्रेस को 37, INLD को 2 और निर्दलीय उम्मीदवारों ने 3 सीटें जीती हैं. प्रदेश भाजपा प्रमुख मोहन लाल बडोली ने पहले ही कह दिया था कि तीनों ने ही भाजपा को समर्थन देने की इच्छा जताई है.!
हरियाणा में BJP की जीत की हैट्रिक में दो ‘रन’ और जुड़ गए हैं. दो निर्दलीय विधायक. राजेश जून और देवेंद्र कादियान. हरियाणा चुनाव के प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान और बाक़ी वरिष्ठ बीजेपी नेताओं के साथ बैठक के बाद 9 अक्टूबर को दोनों विधायकों ने आधिकारिक रूप से बीजेपी की सदस्यता स्वीकार कर ली. इस तरह हरियाणा में बीजेपी विधायकों की संख्या 50 हो गई है.
कौन हैं ये दोनों विधायक?
देवेंद्र कादियान. सोनीपत ज़िले की गन्नौर विधानसभा से जीते हैं. कांग्रेस के कुलदीप शर्मा को 35,209 वोटों के अंतर से हराकर. इस सीट पर बीजेपी ने भी उम्मीदवार उतारा था: देवेंद्र कौशिक. वो तीसरे नंबर पर रहे. दरअसल, ख़बर थी कि बीजेपी देवेंद्र कादियान को टिकट देने वाली थी. फिर देवेंद्र कौशिक को टिकट दे दिया. इसके बाद कादियान बाग़ी हो गए, एक वीडियो में BJP को अलविदा कहा. भावुक थे, कि गन्नौर सीट से टिकट नहीं मिला. नाराज़गी में निर्दलीय चुनाव लड़ा, BJP के प्रत्याशी को हराया और फिर से BJP में शामिल.!
राजेश जून. झज्जर ज़िले की बहादुरगढ़ सीट से विधायक. साल 2014 के विधानसभा चुनावों में राजेश ने बहादुरगढ़ से पर्चा भरा था, मगर हार गए थे. फिर 2019 में उन्होंने राजेंद्र जून के पक्ष में अपना नामांकन वापस ले लिया था. इस बार भी कांग्रेस से टिकट की दावेदारी कर रहे थे, मगर बात नहीं बनी. कांग्रेस ने राजेंद्र जून को ही टिकट दिया, जो पिछली बार (2019 में) इस सीट पर जीते थे.!
हरियाणा में BJP तीसरी बार सरकार बनाने जा रही है. यह अभूतपूर्व है. हरियाणा में कोई भी पार्टी लगातार तीसरी बार चुनाव नहीं जीती है. राज्य में बीजेपी का भी यह सबसे अच्छा प्रदर्शन रहा है. 2014 में बीजेपी ने 47 और 2019 में 40 सीटें जीती थीं. कुल 90 सीटों में से उन्हें 48, कांग्रेस को 37, INLD को 2 और निर्दलीय उम्मीदवारों ने 3 सीटें जीती हैं. !