
नई दिल्ली : दिल्ली हाई कोर्ट के जस्टिस यशवंत वर्मा के घर आग लगने के दौरान कैश मिलने के मामले में नया मोड़ आ गया है। इस मामले में जज के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट की तरफ से तीन जजों की समिति जांच कर रही है। इस बीच मामले में अब दिल्ली पुलिस के 5 कर्मी भी राडार पर आ गए हैं। दरअसल, इन पांचों पुलिसकर्मी का कनेक्शन दिल्ली हाई कोर्ट के जज यशंवत वर्मा के घर आग लगने से जुड़ रहा है।
पांचों पुलिसकर्मियों ने जमा कराया फोन
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार अनुसार, 14 मार्च की रात दिल्ली हाई कोर्ट के जज यशवंत वर्मा के आवास पर आग लगने की घटना के दौरान सबसे पहले प्रतिक्रिया देने वालों यह पांचों पुलिस कर्मी शामिल थे। रिपोर्ट के अनुसार अब इन पांच पुलिसकर्मियों ने अपने फोन दिल्ली पुलिस मुख्यालय को सौंप दिए हैं।
रिपोर्ट में उच्च पदस्थ सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि कि इन उपकरणों का इस्तेमाल भारत के चीफ जस्टिस संजीव खन्ना की तरफ से गठित जजों की तीन सदस्यीय समिति की तरफ से की जा रही जांच में किया जाएगा। समिति का गठन आग लगने के दौरान कथित तौर पर नकदी मिलने के मद्देनजर किया गया है।
पुलिस कमिश्नर ने बुलाया अपने ऑफिस
रिपोर्ट के अनुसार सोमवार की सुबह तुगलक रोड थाने के स्टेशन हाउस ऑफिसर समेत पांच पुलिसकर्मियों को दिल्ली पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा ने अपने ऑफिस में बुलाया। पता चला है कि अरोड़ा ने उनसे पूछताछ में सहयोग करने और कोई भी जानकारी देने में संकोच न करने को कहा। पांच पुलिसकर्मियों में एसएचओ, एक सब-इंस्पेक्टर, दो हेड कांस्टेबल और एक कांस्टेबल शामिल हैं। हेड कांस्टेबल में से एक जांच अधिकारी (आईओ) भी है।
ऐसा बताया जा रहा है कि दिल्ली पुलिस ने सोमवार को दिल्ली दमकल सेवा को पत्र लिखकर आग लगने के कारणों के बारे में जानकारी मांगी है। यह आग दिल्ली हाई कोर्ट के जस्टिस यशवंत वर्मा के लुटियंस दिल्ली स्थित आवास से सटे स्टोर रूम में लगी थी।