करोंदा एक झाड़ी नुमा पौधा होता है। इसका वैज्ञानिक नाम कैरिसा कैरेंडस (Carissa carandus) है। करोंदा के फलों का उपयोग सब्जी और आचार बनाने में किया जाता है। यह पौधा भारतमें छत्तीसगढ़, राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, हिमालय, महाराष्ट्र के क्षेत्रों में पाया जाता है।
यह पौधा बीज से अगस्त या सितम्बर में १.५ मीटर की दूरी पर लगाया जाता है। कटिंग या बडिंग से भी लगाया जा सकता है। दो वर्ष के पौधे में फल आने लगते हैं। फूलआना मार्च के महीने में शुरू होता है और जुलाई से सितम्बर के बीच फल पक जाता है।
करोंदा क्या है ?
करोंदा को अलग-अलग राज्यों और देशों में अलग-अलग नाम दिए गए हैं। करोंदा इसका हिंदी नाम है, जबकि तमिलनाडु में इसे किलाक्काई, बंगाली में कोरोमचा, मराठी में करवंद और अंग्रेजी में क्राइस्ट थॉर्न कहा जाता है।
करोंदा एक प्रकार का बेर है जो आकार में अंडाकार होता है और इसमें छोटे-छोटे बीज होते हैं। इसका स्वाद खट्टा और मीठा दोनों होता है।
मानसिक स्वास्थ्य के लिए करोंदा
चूंकि तंत्रिकाओं के समुचित कार्य के लिए मैग्नीशियम और विटामिन महत्वपूर्ण हैं, इसलिए पर्याप्त मात्रा में मैग्नीशियम लेने का सुझाव दिया जाता है।
करोंदा विटामिन से भरपूर होता है और इसमें मैग्नीशियम भी होता है, जो व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए करोंदा को बेहद फायदेमंद बनाता है।
इसके अलावा, करोंदा चेरी का एक और फ़ायदा यह है कि इसमें ट्रिप्टोफ़ैन होता है जो सेरोटोनिन के उत्पादन को बढ़ाने में मदद करता है- एक प्राकृतिक मूड बूस्टर। यह बेहतर मानसिक स्वास्थ्य सुनिश्चित करता है।
एंटी-इंफ्लामेटरी-करौंदा में एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होता है. यानी यह सूजन से संबंधित सभी समस्याओं में फायदेमंद होता है. इंफ्लामेशन के कारण कई क्रोनिक डिजीज होती है. हार्ट के मसल्स इंफ्लामेशन के कारण कमजोर होने लगते हैं. इंज्यूरी के दौरान घाव को भरने में एंटी-इंफ्लामेटरी चीजें फायदेमंद होता है.
इसमें मौजूद विटामिन की बात करें तो इसमें विटामिन ए, विटामिन बी, कैल्शियम, फास्फोरस और आयरन मौजूद होता है। ये फल आंखों की सेहत को दुरुस्त करता है और हड्डियों को मजबूत बनाता है। करौंदा एनर्जी मेटाबॉलिज्म जैसे विभिन्न शारीरिक कार्यों में योगदान देता है।
करौंदे की खट्टी मीठी चटनी
कुकिंग निर्देश
- 1एक कढ़ाई में तेल गरम करें और इसमें जीरा चटका लें, हल्दी डाले |
- 2करौंदे डाल कर चला लें | 1/4कप पानी डालकर नर्म होने तक पका लें |
- 3जब करौंदे नर्म हो जाए तो उसमे गुड़ डालकर अच्छे से मिला लें |
- 4नमक, लाल मिर्च पाउडर,धनिया पाउडर डाल कर अच्छे से मिला लें |
- 5जब चटनी गाढ़ी हो जाए तो गैस बन्द कर दे |
- 6करौंदे की खट्टी मीठी चटनी तैयार हैं |
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