BIharनीट पेपर लीक मामले में आए दिन नए खुलासे हो रहे हैं। इस बार भी एक बड़ी जानकारी सामने आई है। दरअसल अब पावापुरी का महावीर मेडिकल कॉलेज जांच के घेरे में आ गया है। जिला पुलिस की टीम जांच के लिए मौके पर पहुंच गई है। वहीं मुख्य सरगना उज्जवल भी मेडिकल स्टूेडेंट रहा है। पुलिस ने हर स्तर से जांच शुरू कर दी है।
नीरज कुमार, कटिहार। Neet Paper Leak 2024: हाल ही में संपन्न नीट यूजी की परीक्षा में फर्जीवाड़ा गिरोह का बड़ा खुलासा हुआ है। जिले के दो परीक्षा केंद्रों से आठ फर्जी परीक्षार्थियों को पकड़ा गया था। इनमें 7 फर्जी परीक्षार्थी कोलासी स्थित नवोदय विद्यालय परीक्षा केंद्र से पकड़े गए थे। एक अन्य की गिरफ्तारी शहर के एक निजी विद्यालय में बनाए गए परीक्षा केंद्र से हुई थी।
पावापुरी, महावीर मेडिकल कॉलेज जांच के घेरे में
प्रकरण में जांच की आंच पावापुुरी स्थित महावीर मेडिकल कालेज तक पहुंच गई है। गिरफ्तार फर्जी परीक्षार्थियों से पूछताछ में मिले सुराग कूे आधार पर पुलिस टीम को पावापुरी रवाना किया गया है। पुलिस की जांच टीम पावापुरी में ही कैंप कर रही है।
उज्ज्वल के इर्द-गिर्द घुम रहा पेपर लीक का मामला
Bihar News: पुलिस का कहना है कि जल्द ही इस पूरे नेटवर्क को खंगालने का काम कर लिया जाएगा। बताते चलें कि पकड़े गए फर्जी परीक्षार्थी भी महावीर मेडिकल कालेज के छात्र हैं। पूछताछ में फर्जी परीक्षार्थियों ने किसी उज्जवल कुमार द्वारा मूल परीक्षार्थी के बदले परीक्षा देने को तैयार किया गया था। इस एवज में 10 लाख से अधिक की राशि फर्जी परीक्षार्थियों को दिए जाने पर सौदा तय हुआ था।
पूछताछ में पकड़े गए फर्जी परीक्षार्थियों ने उज्जवल कुमार के भी मेडिकल स्टूडेंट होने की बात कही गई है। पहले महावीर मेडिकल कालेज का छात्र होने की बात बताई गई, फिर बयान में किसी दूसरे मेडिकल कालेज का छात्र होने की बात कही गई। फर्जी परीक्षार्थियों के विरोधाभासी बयान से भी पुलिस को अनुसंधान करने में पसीना बहना पड़ रहा है।
महावीर कॉलेज के प्राचार्य और अन्य अधिकारियों से पूछताछ जारी
सॉल्वर गिरोह का मास्टर माइंड महावीर मेडिकल कालेज का छात्र है या नहीं यह अब तक पूरी तरह स्पष्ट नहीं हो पाया है। पुलिस टीम महावीर मेडिकल कालेज के प्राचार्य व अन्य अधिकारियों से भी पूछताछ कर रही है। पकड़े गए फर्जी परीक्षार्थी के पूरे लिंक की टोह लेने की कोशिश की जा रही है। पकड़े गए फर्जी परीक्षार्थी में दो कटिहार शहर के रहने वाले हैं। बताया जा रहा है कि साल्वर गिरोह की गहरी पैठ देश के विभिन्न मेडिकल कालेज तक है। गिरोह में कुछ मेडिकल स्टूडेंट के शामिल होने की बात भी कही जा रही है।