मोबाइल चुराया और खरीद डाले पौने दो लाख के गिफ्ट वाउचर
राजधानी में एक और रिटायर्ड अफसर का सेलफोन बाजार में पार हुआ और इससे पहले कि पुलिस को चोरी की सूचना दी जाती और सिम कार्ड ब्लॉक कराया जाता, चोर ने उनके खाते से पौने दो लाख रुपए के गूगल पे वाउचर (एक तरह का गिफ्ट कार्ड) खरीद डाले। 26 नवंबर को दिनेश कुमार पांडेय निवासी कबीरनगर की शिकायत पर आमानाका थाने में रिपोर्ट दर्ज की गई है। चोरी और ठगी की घटना 20 अक्टूबर को हुई है। दिलचस्प यह है कि कबीरनगर पुलिस ने पहले उनका मोबाइल गुमने का आवेदन लिया था। बाद में जब पता चला कि श्री पांडेय के खाते से रुपए निकले हैं और उनके जरिये गिफ्ट वाउचर खरीदा गया है, तब ठगी और चोरी का मामला आमानाका थाने में दर्ज कराया गया।
ऐसे फ्रॉड से बचने सबसे पहले मोबाइल नंबर कराएं ब्लॉक
मोबाइल चोरी होने पर सबसे पहले बैंक मोबाइल चोरी होने पर सबसे पहले बैंक में रजिस्टर मोबाइल नंबर ब्लॉक करा देना चाहिए। बैंक से संपर्क करके बैंक खाते में जो नंबर है, उसे रिमूव करा लेना चाहिए। साधारण या सरल पासवर्ड की जगह जटिल व अंकों वाले पासवर्ड रखना चाहिए। न केवल मोबाइल, बल्कि साथ में फोन पे, पेटीएम, गूगल पे आदि को भी स्ट्रांग पासवर्ड सबसे बड़ी से लॉक रखा जाना चाहिए। आम व्यक्ति भी सीईआईआर पोर्टल में ऑनलाइन मोबाइल चोरी होने की रिपोर्ट डाल सकते है। इसके लिए डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू ड सीईआईआर डॉट जीओवी डॉट इन सर्च किया जा सकता है।
मोबाइल चुराकर उससे ऑनलाइन कैश ट्रांसफर कर लेने की यह ऐसी 6 वीं घटना है, जिसमें पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस के अधिकारी ही ऑफ द रिकॉर्ड स्वीकार करते हैं कि कई केस में अभी एफआईआर से पहले जांच चल रही है। ठगी की पुष्टि होने के बाद जुर्म दर्ज किया जाएगा।
आमानाका टीआई सुनील दास ने बता कि श्री पांडेय का सेलफोन 20 अक्टू की रात साढ़े 8 बजे मोहबा बाज सब्जी बाजार से पार हुआ। वे घर ल तो जेब में सेलफोन नहीं मिला। दूस दिन एटीएम पैसा निकालने गए तो प चला कि उनके खाते से रुपए निका गए हैं। जिस दिन मोबाइल चोरी हुआ उसी दिन उनके खाते से मोबाइल फ के जरिये ऑनलाइन गूगल पे वाउच खरीदा गया है।