बार्डर-गावस्कर ट्राफी हारने के बाद हड़कंप की स्थिति,2 बार विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में पहुंचने वाली भारतीय टीम इस बार नहीं पहुंची
सिडनी। ए। भारतीय टीम में सुपरस्टार संस्कृति खत्म करने की मांग करते हुए पूर्व तेज गेंदबाज इरफान पठान ने विराट कोहली के टीम में स्थान पर सवाल उठाया और कहा कि उन्होंने अपनी तकनीकी कमियों को सुधारने के लिये ना तो घरेलू क्रिकेट खेली और ना ही मेहनत की। कोहली और रोहित शर्मा आस्ट्रेलिया के खिलाफ पूरी श्रृंखला में खराब फॉर्म में थे और भारत ने 1 3 से हार के साथ ही विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल में जाने का मौका भी खो दिया।
कोच और बीसीसीआइ रोहित व विराट प्रदर्शन से संतुष्ट नहीं
कोहली नौ पारियों में 190 रन ही बना सके और बार बार आफ स्टम्प से बाहर जाती गेंद पर कैच देकर आउट हुए। पठान ने स्टार स्पोटर्स से कहा, सुपरस्टार कल्चर खत्म होना चाहिये, टीम कल्चर की जरूरत है। आपको प्रदर्शन में सुधार करना होगा, अपने और टीम के। इस श्रृंखला से पहले भी मैच थे और उनके पास घरेलू क्रिकेट खेलने का मौका था लेकिन उन्होंने नहीं खेला। इस कल्चर को बदलना होगा।
एक दशक से भी पहले कोहली ने खेली थी रणजी ट्रॉफी
इस पूर्व हरफनमौला ने यह भी कहा कि सचिन तेंदुलकर ने भी रणजी ट्रॉफी खेला जबकि उन्हें जरूरत नहीं थी क्योकि वह चार या पांच दिन पिच पर बिताना चाहते थे। पठान ने कहा, विराट कोहली ने आखिरी बार घरेलू क्रिकेट कब खेला था। एक दशक से भी पहले।
किसी युवा को टीम में जगह दे देनी चाहिए
उन्होंने कहा कि कोहली की जगह किसी युवा को दी जानी चाहिये क्योंकि पिछले पांच साल में पहली पारी में उनका औसत 30 से भी कम रहा है। उन्होंने कहा, पहली पारी में 2024 में विराट कोहली का औसत 15 रहा है। पिछले पांच साल में 30 भी नहीं रहा। क्या ऐसे सीनियर भारतीय टीम में होने चाहिये।
लगातार हार से बीसीसीआइ नाखुश, कुछ तो करना होगा
घर में न्यूजीलैंड से पहली बार 0-3 से टेस्ट सीरीज हारने वाली भारतीय टीम रविवार को सिडनी क्रिकेट मैदान (एससीजी) में 10 साल बाद बार्डर-गावस्कर ट्राफी भी हार गई। आस्ट्रेलिया ने पांचवें व अंतिम टेस्ट मैच में भारत को छह विकेट से पराजित कर 3-1 से सीरीज जीती। इसके साथ ही भारतीय टीम विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की दौड़ से भी बाहर हो गई। इस हार के बाद हड़कंप मच गया है।
कप्तान रोहित शर्मा, पूर्व कप्तान विराट कोहली, शुभमन गिल सहित कई खिलाड़ियों का प्रदर्शन इसकी वजह रहा है। कमेंटेटर सुनील गावस्कर और इरफान पठान से लेकर इन खिलाड़ियों के समर्थक भी बहुत ज्यादा नाराज हैं। कोच गौतम गंभीर ने कह दिया है कि निजी स्वार्थ से ऊपर टीम और देश है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) के पदाधिकारी भी हार से नाखुश हैं। बदलाव के कठिन दौर से गुजर रही टीम को अब स्वदेश लौटने के बाद काफी आत्ममंथन करना होगा। बीसीसीआइ के शीर्ष पदाधिकारी से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैं मैच के बाद गावस्कर और इरफान को सुन रहा था।
विराट और रोहित के बारे में पूछने पर कहा कि ऐसे कोई संकेत नहीं मिले हैं कि ये दोनों खुद टेस्ट से संन्यास लेंगे। बीसीसीआइ उन्हें संन्यास लेने के लिए कह भी नहीं सकती लेकिन टीम की बेहतरी के लिए कुछ तो करना होगा। निश्चित तौर पर समय आने पर चयनकर्ता उचित निर्णय लेंगे।