
नई दिल्ली:पहलगाम के पास बैसरन घाटी में हुए आतंकवादी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई है. इस खौफनाक हमले ने जम्मू-कश्मीर में लंबे समय से सक्रिय आतंकी मॉड्यूल को सामने ला दिया है. साल 2019 में अनुच्छेद 370 खत्म किए जाने के बाद ये घाटी में हुआ सबसे घातक हमला है. यह हमला प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) आतंकी संगठन से जुड़े एक कट्टर समूह द्वारा किया गया है. इस हमले में पाकिस्तान के आतंकवादी शामिल थे. जिन्होंने स्थानीय आतंकवादियों की मदद से इस हमले को अंजाम दिया. कहा जा रहा कि हमले के पीछे 26/11 हमले के मास्टरमाइंड और लश्कर प्रमुख हाफिज सईद का हाथ है.
आतंकवादियों के सिर पर था कैमरा
चश्मदीदों के अनुसार हमलावरों में नाबालिग लड़के शामिल थे और वे अपने सिर पर कैमरा लगाकर आए थे. इस हमले में फ्लोरिडा में काम करने वाले बीतन अधिकारी की मौत हो गई है. बीतन अधिकारी की पत्नी ने बताया कि उनके पति को गोली मारने वाले आतंकी के सिर पर कैमरा था. उन्होंने कहा, मेरे पति को गोली मारने वाले आतंकी के सिर पर कैमरा लगाया हुआ था. वह या तो रिकॉर्डिंग कर रहे थे या लाइव स्ट्रिंमिंग कर रहे थे. अन्य चश्मदीदों ने भी यही बात बताई है कि आतंकियों ने अपने शरीर पर बॉडी कैम पहने हुए थे. ऐसे में हो सकता है कि ये साजिश रचने वाले लोगों तक हमले की पल-पल की जानकारी पहुंचाई जा रही थी.!