लोकसभा में छत्तीसगढ़ में पैसेंजर ट्रेनों को रद्द करने का मुद्दा गूंजा. इस दौरान रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने रेल मंत्री से छत्तीसगढ़ में लगातार ट्रेनों को रद्द करने पर सवाल पूछा. केंद्रीय रेल मंत्री ने रेलवे के विस्तार की वजह से ट्रेनों को प्रभावित होने की बात स्वीकार की.
रेल मंत्री ने कहा कि, रेलवे में जब काम बहुत ज्यादा होता है, तो नए ट्रैक को एक्जिस्टिंग नेटवर्क से कनेक्ट करते हैं। तब कैंसिलेशन की तकलीफ आती है। नई रेल लाइन बिछाकर छत्तीसगढ़ की कैपेसिटी बढ़ाने का काम चल रहा है, जिससे भविष्य में आने वाली समस्याएं भी दूर हो जाएंगी।
दरअसल, रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने बुधवार को छत्तीसगढ़ में बार-बार ट्रेनों के कैंसिलेशन का मुद्दा संसद में उठाया था। उन्होंने कहा कि, पिछले 3 साल में 200 से ज्यादा यात्री ट्रेनें रद्द की गई हैं। इससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
सवाल : 3 साल में कितनी ट्रेनें निरस्त हुईं, रेलवे विस्तार की क्या योजना?
सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि, छत्तीसगढ़ जहां पर ट्राइबल की जनसंख्या 32 प्रतिशत है। 12% पापुलेशन शेड्यूल कास्ट की है और ये जंगलों से घिरा हुआ है, यहां पहाड़ है, नदियां हैं, नाले हैं। कितनी ट्रेनें पिछले 3 साल में निरस्त की गई?
छत्तीसगढ़ के जोन से जो रेलवे को रेवेन्यू मिलता है। वह देश में कौन से स्तर पर है? इस समय छत्तीसगढ़ के कई क्षेत्रों में आवागमन की सुविधा नहीं है। वहां पटरी बिछाने के लिए क्या-किया कए जा रहे हैं और इसकी क्या योजना है?
लगातार छत्तीसगढ़ में ट्रेनों के रद्द होने से जहां आम जनता परेशान हैं. वहीं रायपुर सांसद ने प्रमुखता से इस मुद्दे को लोकसभा में उठाया. साथ ही कहा कि इससे प्रदेश की जनता को काफी दिक्कतें होती है.