यूनियन कार्बाइड के कचरे का विरोध,भोपाल से यूनियन कार्बाइड का कचरा निस्तारण के लिए ले जाया गया है
धार। मध्य प्रदेश के औद्योगिक शहर पीथमपुर में भोपाल से लाए गए यूनियन कार्बाइड के कचरे के निपटान के खिलाफ शुक्रवार को लोगों ने भारी विरोध किया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए हल्का लाठीचार्ज किया। इस दौरान दो प्रदर्शनकारियों ने खुद को आग लगाकर आत्मदाह की कोशिश की, जिन्हें रोक लिया गया और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पीथमपुर बचाओ समिति की ओर से आयोजित प्रदर्शन में शामिल दो लोगों ने अपने ऊपर ज्वलनशील पदार्थ डाला और आग लगाने की कोशिश की, लेकिन साथी प्रदर्शनकारियों ने तुरंत हस्तक्षेप कर आग बुझा दी।
समिति का दावा है कि क्षेत्र में कार्बाइड अपशिष्ट के दहन से स्थानीय लोगों और पर्यावरण को नुकसान होगा। बंद के आह्वान के बीच शुक्रवार को दुकानें और बाजार बंद रहे। 500-600 प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने आयशर मोटर्स के पास सड़क को अवरुद्ध कर दिया। कुछ प्रदर्शनकारी उस औद्योगिक अपशिष्ट प्रबंधन इकाई की ओर बढ़े, जहां कचरे का निपटान होना है। लेकिन पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर समय रहते उन्हें तितर-बितर कर दिया और यातायात बहाल किया। इंदौर से करीब 30 किलोमीटर दूर स्थित इस टाउनशिप में जहरीले कचरे को स्थानांतरित करने से होने वाले वाले खतरे और इसके पर्यावरणीय प्रभावों से चिंतित लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
बच्चे भी विरोध प्रदर्शनों में हो रहे शामिल
जहरीले कचरे के विरोध में हो रहे इन विरोध प्रदर्शनों में बच्चे भी शामिल हो रहे हैं। धार के पुलिस अधीक्षक मनोज सिंह ने फोन पर बताया कि स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन तनाव बरकरार है। ऐसे में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। शहर में तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए जिलाधिकारी प्रियंक मिश्रा और एसपी ने दो अलग-अलग वीडियो जारी कर लोगों से शांति बनाए रखने और कानून को अपने हाथ में न लेने की अपील की है। प्रशासन ने कहा है कि राज्य सरकार के लिए लोगों का स्वास्थ्य सर्वोपरि है, लेकिन शांति भंग करने की कोशिश करने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा
कचरे को स्थानांतरित करने से होने वाले वाले खतरे और इसके पर्यावरणीय प्रभावों से चिंतित लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
भोपाल की यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री के जहरीले कचरे की 40 साल बाद शिफ्टिंग शुरू हो गई है। बुधवार रात 9 बजे 12 कंटेनर 337 मीट्रिक टन कचरा लेकर पीथमपुर की ओर रवाना हुए हैं। कचरे को कड़ी सिक्योरिटी और 250 किलोमीटर लंबा ग्रीन कॉरिडोर बनाकर पीथमपुर भेजा जा रहा है। कचरा भरे कंटेनर्स के आगे-पीछे 2 किमी तक ट्रैफिक रोका गया है। ये व्यवस्था पूरे रूट पर बनाई गई है। कंटेनर्स के आगे पुलिस की 5 गाड़ियां चल रही हैं।
कंटेनर्स के लिए बनाए गए ग्रीन कॉरिडोर की वजह से जगह-जगह जाम के हालात बने हैं। सीहोर में क्रिसेंट चौराहा पर करीब दो किलोमीटर लंबा जाम लग गया। वहीं आष्टा के पास भी करीब 4 किलोमीटर लंबा जाम लग गया। जिससे लोग परेशान होते नजर आए।
धार जिले के पीथमपुर में एकमात्र प्लांट एमपी में औद्योगिक इकाइयों में निकलने वाले रासायनिक और अन्य अपशिष्ट के निष्पादन के लिए धार जिले के पीथमपुर में एकमात्र प्लांट है। यहां पर कचरे को जलाने काम किया जाता है। यह प्लांट सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (सीपीसीबी) के दिशा-निर्देशानुसार संचालित है।