ईरान में अब इतिहास बनेगा हिजाब ? हिजाब विरोधी मसूद पजशकियान बने ईरान के राष्ट्रपति, कट्टरपंथी जलीली को 30 लाख वोटों से हराया
मसूद पेजेशकियान पेशे से डॉक्टर हैं और वह ईरान की तबरीज मेडिकल यूनिवर्सिटी के प्रमुख रहे हैं। साल 1994 में एक कार हादसे में मसूद पेजेशकियान की पत्नी और बेटी की मौत हो गई थी।
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हेलिकॉप्टर हादसे में मौत के बाद देश में नया राष्ट्रपति चुनने के लिए चुनाव कराया गया है। इस हादसे में ईरान के विदेश मंत्री का भी निधन हो गया था। राष्ट्रपति के लिए हुए चुनाव में रिफॉर्मिस्ट मसूद पेजेश्कियान और कंजर्वेटिव सईद जलीली के बीच मुकाबला हुआ। शुक्रवार के चुनाव के बाद अधिकारियों द्वारा पेश की गई वोटों की गिनती में पेजेशकियान को 16.3 मिलियन वोटों के साथ विजेता घोषित किया गया, जबकि जलीली को 13.5 मिलियन वोट मिले।
चुनाव लड़ने वाले अकेले सुधारवादी थे मसूद
ईरान के चुनाव प्राधिकरण के आंकड़ों के अनुसार, पेजेश्कियान अकेले सुधारवादी नेता थे, जिनको चुनाव लड़ने की इजाजत मिली थी। पेजेश्कियान की उम्मीदवारी की हाल तक भी कोई खास चर्चा नहीं थी लेकिन पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद खातमी और उदारवादी हसन रूहानी के समर्थन से उनकी उम्मीदवारी को ताकत मिली। 69 साल के पेजेश्कियान ने प्रचार के दौरान खासतौर से ईरान को दुनिया में आइसोलेशन से निकालने के लिए परमाणु समझौते को पुनर्जीवित करने के लिए पश्चिमी देशों के साथ रचनात्मक संबंधों पर जोर दिया।