जेपी नड्डा के सरकार में शामिल होने के बाद अब यह बात क्लियर हो गई है कि बीजेपी को नया राष्ट्रीय अध्यक्ष मिलेगा। नई सरकार के बाद अब संगठन में भी बदलाव की प्रक्रिया शुरू
नई दिल्ली: नरेंद्र मोदी ने रविवार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। राजनाथ सिंह, अमित शाह, जेपी नड्डा समेत कई और नेताओं ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली। नई सरकार में जेपी नड्डा के शामिल होते ही बीजेपी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की चर्चा शुरू हो गई। जेपी नड्डा के केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने के साथ बीजेपी को एक नया पार्टी अध्यक्ष चुनना होगा। पिछले दो कार्यकाल में राष्ट्रीय अध्यक्षों की नियुक्ति में पार्टी का एक पैटर्न रहा है। 2014 में जब तत्कालीन अध्यक्ष राजनाथ सिंह केंद्रीय मंत्री बने तो उनके बाद पार्टी की कमान अमित शाह को मिली। 2019 में जब अमित शाह केंद्रीय मंत्री बने उसके बाद जेपी नड्डा को जून 2019 में पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था। वह जनवरी 2020 में पूर्णकालिक अध्यक्ष बने। इस साल जनवरी में अध्यक्ष के रूप में उनका कार्यकाल समाप्त हो रहा था लेकिन लोकसभा चुनाव को देखते हुए उन्हें छह महीने का विस्तार दिया गया।
बीजेपी अध्यक्ष के लिए पहले इन नामों की थी चर्चा
अब चर्चा नए नामों के लेकर है कि कौन पार्टी की कमान संभालेगा। पहले पार्टी अध्यक्ष पद के लिए जो नाम चर्चा में थे उन्हें अब केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया जा चुका है। एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और भूपेंद्र यादव जैसे नेताओं के नाम की चर्चा चल रही थी। लेकिन इन सभी नेताओं को केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह मिल गई है।
विनोद तावड़े के नाम की चर्चा
अब इस पूरे घटनाक्रम के बाद बीजेपी को पार्टी संगठन के अंदर झांकने की जरूरत पड़ गई है। इस पद के लिए दो नामों की अटकलें लगाई जा रही हैं। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े और सुनील बंसल। विनोद तावड़े, महाराष्ट्र से आते हैं और राष्ट्रीय राजनीति में कदम रखने से पहले राज्य सरकार में मंत्री थे। वर्तमान में वह बिहार के प्रभारी हैं और लोकसभा चुनाव के दौरान कई प्रमुख जिम्मेदारी संभाल रहे थे