पश्चिम बंगाल में एक स्थानीय नेता के अवैध संबंध के आरोप में एक जोड़े के साथ सड़क पर गिराकर बुरी तरह से मारपीट करने का वीडियो वायरल हो गया. वीडियो सामने आने के बाद बंगाल पुलिस ने रविवार को आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया. जबकि घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए स्थानीय विधायक और टीएमसी नेता हमीदुल रहमान ने मारपीट करने वाले शख्स को ‘दुष्ट जानवर’ करार दिया. साथ ही यह भी कहा कि महिला की गतिविधियां भी ‘असामाजिक थीं.!
मारपीट की इस घटना के बारे में उत्तर दिनाजपुर जिले के चोपड़ा से तृणमूल कांग्रेस (TMC) विधायक हमीदुल रहमान ने महिला की पिटाई करने वाले शख्स से अपने या पार्टी के किसी भी तरह के संबंध से भी इनकार कर दिया. हमीदुल रहमान ने कहा कि यह गांव का मामला है और इसका पार्टी से किसी तरह का कोई लेना-देना नहीं है!
महिला ने भी गलत काम कियाः MLA
विधायक ने आगे कहा, “महिला ने भी गलत काम किया है. उसने अपने पति, बेटे और बेटी को छोड़ दिया. वह एक दुष्ट जानवर बन गई. मुस्लिम समाज के अनुसार कुछ तरीके और फैसले होते हैं. हालांकि, हम यह मानते हैं कि जो हुआ वह थोड़ा ज्यादा अतिवादी हो गया. अब इस मामले में कानूनी कार्रवाई की जाएगी.” रहमान ने कहा कि महिला कुछ “असामाजिक गतिविधियों” में शामिल थी. गांव ने ‘सलीशी सभा’ (जिसे कंगारू कोर्ट भी कहा जाता है) बुलाई, जिसने उसे सजा सुनाई.
दूसरी ओर, पुलिस ने चोपड़ा महिला मारपीट मामले में शामिल मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं आरोपी ताजमुल उर्फ जेसीबी को भी पकड़ लिया गया है. हालांकि इस्लामपुर पुलिस का कहना है, “इस्लामपुर पुलिस थाने के अंतर्गत चोपड़ा में हुई इस घटना को लेकर कुछ लोग गलत सूचना फैलाने का प्रयास कर रहे हैं. जबकि सच्चाई यही है कि पुलिस ने महिला के साथ मारपीट करने वाले उस आरोपी की तुरंत पहचान कर उसे गिरफ्तार कर लिया.”
पीड़ित जोड़े को मिली पुलिस सुरक्षा
पुलिस ने यह भी कहा कि घटना के बाद पीड़ित जोड़े को सुरक्षा प्रदान की गई है. पुलिस ने स्वतः संज्ञान लेते हुए केस दर्ज कर लिया और मामले की जांच शुरू कर दी गई. इससे पहले इस्लामपुर के पुलिस अधीक्षक (SP) जॉबी थॉमस के. ने कहा था कि पुलिस ने सोशल मीडिया पर वायरल हुआ यह वीडियो देखा और सत्यापन के बाद केस पर दर्ज कर लिया है.
वायरल वीडियो में एक शख्स एक जोड़े को डंडे से बुरी तरह से पीटता हुआ दिख रहा है. उसके बारे में दावा किया जा रहा है कि वह उत्तर दिनाजपुर जिले के चोपड़ा का एक स्थानीय तृणमूल नेता है, जहां अवैध अदालत (कंगारू कोर्ट) के फैसले के बाद यह घटना हुई थी!.