भाजपा को पराजय का सामना करना पड़ा। जबकि कटघोरा विधानसभा में कभी भाजपा तो कभी कांग्रेस आगे- पीछे होते रही।
कोरबा : कांग्रेस प्रत्याशी ज्योत्सना महंत ने भाजपा प्रत्याशी सरोज पांडेय को 43283 मतों से परास्त किया है। इसके साथ ही राज्य की 11 सीटो में एकमात्र कोरबा की सीट कांग्रेस की झोली में आई। लगातार दूसरी बार ज्योत्सना सांसद बनी हैं। सरोज पर बाहरी प्रत्याशी होने का मुद्दा भारी पड़ा है। भाजपा के स्थानीय कार्यकर्ताओं में वह उत्साह चुनाव के दौरान नजर नहीं आया, जो होना चाहिए था। इसका खामियाजा ही यहां भाजपा को भुगतना पड़ा। एक बार फिर कांग्रेस की नैय्या पाली- तानाखार व मरवाही के आदिवासी मतदाताओं ने पार लगाई है। कोरबा विधानसभा में इस बार फिर कांग्रेस को तगड़ा झटका लगा है। वहीं कोरिया जिले में जिस प्रदर्शन की भाजपा को उम्मीद थी, उस पर कार्यकर्ता खरे नहीं उतर सके।
सुबह आठ बजे मतगणना के साथ ही कांग्रेस प्रत्याशी ज्योत्सना महंत ने प्रथम चरण से ही कोरबा लोकसभा क्षेत्र में बढ़त की जो शुरूआत की, वह अंतिम 22 वें राउंड तक बरकरार रहा। शुरूआती तीन- चार राऊंड में ही कांग्रेस की बढ़त देख भाजपा खेमे में निराशा फैलने लगी थी। जैसे- जैसे बढ़त की श्रृंखला बढ़ी, भाजपा के नेताओं को यह समझते देर नहीं लगा कि अब बात बिगड़ने लगी है। कोरबा लोकसभा की चार जिले में मतगणना की व्यवस्था थी। इन स्थलों में सुबह से केवल भाजपा व कांग्रेस के कार्यकर्ता व जनप्रतिनिधि ही नजर आए। प्रत्याशी सरोज पांडेय व ज्योेत्सना महंत मतगणना स्थलों पर नहीं पहुंची। बताया जा रहा है नेता प्रतिपक्ष डा चरण दास महंत व ज्योत्सना महंत दोनों ही कोरबा स्थित निवास स्थान पर रह कर मतगणना में आ रहे परिणाम की जानकारी लेते रहे। शाम करीब पांच बजे कोरबा झगरहा स्थित मतगणना स्थल पहुंची।
उत्साहित कार्यकर्ताओं ने उनका उत्साह पूर्वक अगुवाई किया। यहां मतगणना कार्य पूर्ण होने तक ज्योत्सना कार्यकर्ताओं के बीच रही और जीत का प्रमाण पत्र प्राप्त करने के बाद वहां से निकली। कार्यकर्ता रैली की शक्ल में शहर पहुंचे। विधानसभा अध्यक्ष डा चरण दास महंत की पत्नी व सांसद ज्योत्सना महंत, भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सरोज पांडेय के मैदान में होने से यह सीट राज्य की हाईप्रोफाईल सीट में शुमार हो गई है। पूरे राज्य की नजर हाईप्रोफाइट इस सीट के परिणाम पर टिकी हुई थी। ज्योत्सना महंत को कुल पांच लाख 70 हजार 182 मत व सरोज पांडेय को पांच लाख 26 हजार 899 मत मत मिले। एक बार पुन: पाली-तानाखार, मरवाही व रामपुर विधानसभा ने कांग्रेस को बढ़त दिलाई। अकेले पाली- तानाखार विधानसभा में कांग्रेस ने 48078 हजार की बढ़त ली।
बीते लोकसभा चुनाव में यहां से कांग्रेस को 60 हजार से अधिक बढ़त मिली थी। वहीं कोरबा विधानसभा में लगभग 50468 हजार मत से कांग्रेस पिछड़ गई। बीते लोकसभा चुनाव वर्ष 2019 में यहां से कांग्रेस लगभग 36 हजार मत से पीछे रही। उधर कोरिया जिले के बैकुंठपुर, भरतपुर-सोनहत विधानसभा व गौरेला- पेंड्रा- मरवाही जिले के मरवाही विधानसभा से भी भाजपा को झटका लगा है। इससे भाजपा को पराजय का सामना करना पड़ा। जबकि कटघोरा विधानसभा में कभी भाजपा तो कभी कांग्रेस आगे- पीछे होते रही।