आखिर 21 जून को ही क्यों मनाया जाता है ?
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में हिस्सा लेने सुबह 7 बजे राजधानी के साइंस कॉलेज मैदान पहुंचेंगे और योगाभ्यास कार्यक्रम में शामिल होंगे।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने प्रदेशवासियों को दशम् अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएं दी हैं। योग दिवस की पूर्व संध्या पर आज यहां जारी अपने संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा है कि योग मूल रूप से शरीर, मन और आत्मा को शुद्ध करने की एक प्रक्रिया है। इससे शारीरिक शक्ति के साथ हमें सकारात्मकता और आंतरिक भावनात्मक मजबूती भी मिलती है। वास्तव में योग स्वस्थ, तनावमुक्त और अनुशासित जीवन जीने की एक शैली है।
श्री साय ने कहा है कि योग को निरोग रहने का उत्तम साधन माना गया है। यह भारत की प्राचीन परंपरा है। हमारे ऋषि-मुनियों ने इसके महत्व को बहुत पहले से ही जान लिया था। अब पूरा विश्व योग का महत्व समझ रहा है। हर साल 21 जून को पूरा विश्व योग दिवस मनाता है। सभी लोग अपने स्वास्थ्य के लिए योग करें। श्री साय ने कहा है कि शारीरिक ऊर्जा, स्वास्थ्य और रोग प्रतिरोधक क्षमता के विकास पर योग का काफी सकारात्मक प्रभाव देखने को मिला है। उन्होंने लोगों से योग के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने और इसे जीवन शैली का हिस्सा बनाने की अपील की है।
21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लेने के पीछे एक विशेष और महत्वपूर्ण वजह है। यह दिन साल का सबसे लंबा दिन होता है और इसे ‘ग्रीष्म संक्रांति’ के रूप में जाना जाता है। उत्तरी गोलार्ध में सूर्य का प्रकाश इस दिन सबसे अधिक होता है, और इसके बाद सूर्य दक्षिणायन में प्रवेश करता है।
योग का महत्व और उसके लाभ इस दिन विशेष रूप से जागरूक करने के उद्देश्य से 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन किया जाता है। योग एक प्राचीन भारतीय प्रथा है जिसमें मन, शरीर और आत्मा का संयोग होता है। इसके माध्यम से व्यक्ति अपने शरीर को स्वस्थ रख सकता है और मानसिक चेतना में सुधार कर सकता है।
योग के प्रशंसक इस दिन को विशेष रूप से अपने अध्यात्मिक साधना में समर्पित करते हैं। यह दिन एक संजीवनी मौका प्रदान करता है जब लोग योग के माध्यम से अपनी आत्मा के साथ संवाद करने और नई ऊर्जा और उत्साह को अपने जीवन में लाने का प्रयास करते हैं।
योग दिवस को मनाने के इस पर्व का मकसद यह भी है कि योग के लाभों को समग्र विश्व में प्रसारित किया जाए और लोगों को योग के महत्व को समझाया जाए। इसे विशेष रूप से स्कूलों, कॉलेजों, संगठनों और समुदायों में आयोजित किया जाता है ताकि ज्ञान और अभ्यास के माध्यम से लोग योग के आध्यात्मिक और शारीरिक लाभों को अनुभव कर सकें।
इस प्रकार, 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन करके हम योग के महत्व को गहराई से समझते हैं और इस आध्यात्मिक प्रक्रिया को अपने जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बना सकते हैं।
योग दिवस का आयोजन हर साल किसी खास थीम को ध्यान में रखते हुए ही किया जाता है। इस साल यानि 2024 योग दिवस की थीम महिलाओं को चुना गया है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2024 की खास थीम ‘महिला सशक्तिकरण के लिए योग’ रखी गई है।