Russia के दागेस्तान (Dagestan) के डर्बेंट (Derbent) शहर में यहूदियों के एक प्रार्थना स्थल और चर्च पर बड़ा हमला हुआ है. पादरी निकोले की हत्या कर दी गई. 15 से अधिक पुलिसकर्मी भी मारे गए हैं. अब तक क्या-क्या पता चला?
रूस के दक्षिणी दागेस्तान (Terror Attack Dagestan) क्षेत्र में हुए आतंकवादी हमले में 15 से अधिक पुलिसकर्मियों की मौत हो गई है. मरने वाले अन्य लोगों में एक पादरी और कई अन्य नागरिक भी शामिल हैं. न्यूज एजेंसी AP के मुताबिक, दागेस्तान के दो शहरों में 23 जून को बंदूकधारियों ने हमला किया. इसमें यहूदियों का एक प्रार्थनास्थल (synagogue), एक चर्च और एक पुलिस चौकी शामिल है. रूसी अधिकारियों ने बताया है कि इन हमलों में कम से कम 25 लोग घायल हुए हैं!
रशियन नेशनल एंटी टेररिज्म कमेटी के अनुसार, पहला हमला कैस्पियन सागर के किनारे स्थित डर्बेंट शहर में हुआ. यहां पादरी निकोले की हत्या कर दी गई. CNN ने दागिस्तान पब्लिक मॉनिटरिंग कमीशन के अध्यक्ष शमील खादुलेव के हवाले से बताया है कि पादरी का गला रेत दिया गया. वो 66 साल के थे और बहुत बीमार थे. निकोले 40 सालों से अधिक समय से यहां काम कर रहे थे. वहीं दूसरा हमला इससे करीब 75 मील दूर मखचकाला इलाके में हुआ. हमलावरों ने ऑटोमैटिक हथियारों से हमला किया था!!
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रूस के सरकारी मीडिया ने कानून प्रवर्तन एजेंसियों के हवाले से बताया है कि हमलावरों में मध्य दागेस्तान के सेर्गोकला जिले के प्रमुख के दो बेटे भी शामिल थे. उन्हें हिरासत में ले लिया गया है. घटना के दौरान छह बंदूकधारियों को भी गोली मार दी गई.
दागेस्तान क्षेत्र के गवर्नर सर्गेई मेलिकोव ने 24 जून को टेलीग्राम मैसेजिंग ऐप पर एक वीडियो जारी किया. और कहा कि ये दागेस्तान और पूरे देश के लिए त्रासदी का दिन है. क्षेत्र में 24, 25 और 26 जून को शोक दिवस घोषित किया गया है. इस दौरान झंडे आधे झुका दिए जाएंगे और मनोरंजन के सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए जाएंगे. दागेस्तान क्षेत्र के रूसी नेता सर्गेई मेलिकोव ने स्थानिय लोगों से शांति बनाए रखने के लिए कहा है!न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, ये अशांत क्षेत्र 2000 के दशक में पड़ोसी चेचन्या से फैल रहे ‘इस्लामी विद्रोह’ से प्रभावित था. और तब से रूसी सुरक्षा बल इस क्षेत्र में चरमपंथियों से निपटने के लिए मैदान में हैं.