ईरान के स्थानीय समयानुसार शुक्रवार देर रात 02:00 बजे के कुछ ही देर बाद यानी शनिवार सुबह ईरानी मीडिया ने राजधानी तेहरान और उसके आसपास धमाकों की सूचना दी.
इजराइल ने ईरान के हमलों के जवाब में 25 दिन बाद शनिवार तड़के पलटवार किया। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक 3 घंटे में 20 ठिकानों पर हमले किए गए। इनमें मिसाइल फैक्ट्री और सैन्य अड्डे शामिल हैं। तेहरान के ‘इमाम खुमैनी इंटरनेशनल एयरपोर्ट’ के पास भी हमला हुआ है। हमले स्थानीय समयानुसार देर रात 2:15 बजे शुरू हुए और तड़के 5 बजे तक जारी रहे।
यरुशलम पोस्ट के मुताबिक इजराइल ने ईरान पर हमला करने के लिए 100 से ज्यादा फाइटर जेट्स का इस्तेमाल किया। हमले में F-35 का भी इस्तेमाल किया गया। सीरिया में रडार ठिकानों पर इजराइल ने शुरूआती हमला किया। इसके बाद ईरान में एयर डिफेंस सिस्टम और रडार पर हमला किया गया।
इजरायली विमानों ने इराकी हवाई क्षेत्र से ईरान पर हमला किया, इसमें अमेरिका भी शामिल: ईरान
ईरान के संयुक्त राष्ट्र मिशन ने कहा कि इजरायली युद्धक विमानों ने इराकी हवाई क्षेत्र से ईरान पर हमला किया, और इसके लिए अमेरिका को दोषी ठहराया। ईरान के संयुक्त राष्ट्र मिशन ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “इराकी हवाई क्षेत्र अमेरिकी सेना के कब्जे, कमान और नियंत्रण में है। निष्कर्ष: इस अपराध में अमेरिका की मिलीभगत निश्चित है।”
ईरान का दावा- इजरायली हमलों में केवल रडार सिस्टम को नुकसान पहुंचा
ईरान की सेना का कहना है कि तेहरान और अन्य प्रांतों पर सुबह-सुबह इजरायली हमलों में केवल रडार सिस्टम को नुकसान पहुंचा है। राज्य टेलीविजन पर पढ़े गए एक बयान में सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ ने कहा, “देश की वायु रक्षा के समय पर प्रदर्शन के कारण, हमलों में सीमित क्षति हुई और कुछ रडार सिस्टम क्षतिग्रस्त हो गए।”
अमेरिकी अधिकारी बोले- हम हमले में शामिल नहीं हैं
अमेरिका के एक अधिकारी ने CNN से कहा कि उनका देश, ईरान के खिलाफ इजराइली हमले में शामिल नहीं है। व्हाइट हाउस नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के प्रवक्ता ने कहा कि इजराइल, आत्मरक्षा के जवाब में हमले कर रहा है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति बाइडेन इस समय डेलावेयर में हैं। उनके सलाहकार ईरान-इजराइल संघर्ष को लेकर अभी बैठक नहीं कर रहे। हालांकि हमने उन्हें हमले की जानकारी दे दी है। वे इस मामले पर बारीकी से नजर रख रहे हैं।
इसराइल के ये हमले कितने बड़े थे और इससे ईरान को कितना बड़ा नुक़सान हुआ है, यह अभी भी पूरी तरह स्पष्ट नहीं है.
इसराइली सेना ने कहा कि उसने क़रीब 20 ठिकानों को निशाना बनाया है, जिनमें मिसाइल निर्माण केंद्र, सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलें और अन्य सैन्य ठिकाने शामिल थे.