नई दिल्लीः देश में पड़ रही भीषण गर्मी से लोगों का बुरा हाल है। अप्रैल महीने में दक्षिण भारत के कई जगहों पर तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। ज्यादातर राज्यों में तापमान 40 डिग्री से अधिक दर्ज किया जा रहा है है। मौसम विभाग के अनुसार, अप्रैल महीने में गर्मी ने पिछले 100 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में अप्रैल में औसत न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जोकि 1901 के बाद से सबसे अधिक है। मौसम विभाग ने कहा कि चक्रवाती तूफान औसत से कम आया। इसलिए पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में तापमान अपेक्षाकृत अधिक दर्ज किया गया।
अप्रैल में अधिकतम तापमान ने भी तोड़ा रिकॉर्ड
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) प्रमुख मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में अप्रैल में औसत अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जोकि 1901 के बाद दूसरी बार सबसे अधिक रहा। वहीं, दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में 1980 के दशक से सामान्य से अधिक अधिकतम तापमान लगातार जारी है।
ओडिशा में सबसे ज्यादा दिन तक चली लू
मौसम विभाग ने बताया कि ओडिशा में 2016 के बाद से इस अप्रैल में सबसे लंबे समय तक 16 दिन लगातार लू चली। जो 2016 के बाद से इस तरह की सबसे लंबी घटना है। अप्रैल में लू के दिनों की संख्या गंगीय पश्चिम बंगाल में 15 साल और ओडिशा में 9 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई।
मई में गर्मी पड़ने का जारी किया पूर्वानुमान
मौसम विभाग ने बताया कि पूर्वोत्तर, उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के कुछ हिस्सों को छोड़कर, देश के ज्यादातर हिस्सों में मई में अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है। दक्षिण राजस्थान, पश्चिम मध्य प्रदेश, विदर्भ, मराठवाड़ा, गुजरात में मई में पांच से आठ अतिरिक्त दिन लू चलने का अनुमान है।
इन राज्यों में 4 मई तक चलेगी लू
मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर प्रदेश, गंगीय पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश, यनम, रायलसीमा, तेलंगाना और आंतरिक कर्नाटक में चार मई तक लू चलने की संभावना है। इसके अलावा तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में भी भीषण गर्मी पड़ने का अलर्ट है।