“आपात स्थिति में स्वास्थ्य सेवाओं की तैयारियों” पर संभागीय स्तर का दो दिवसीय प्रशिक्षण 27 व 28 नवंबर को रायपुर संभाग में आयोजित किया गया।
संभागीय स्तर पर “आपात स्थिति में स्वास्थ्य सेवाओं की तैयारियों” (Health System Emergency Preparedness) पर दो दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित
रायपुर, 28 नवंबर। “आपात स्थिति में स्वास्थ्य सेवाओं की तैयारियों” पर संभागीय स्तर का दो दिवसीय प्रशिक्षण 27 व 28 नवंबर को रायपुर संभाग में आयोजित किया गया। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य स्वास्थ्य कर्मियों को आपातकालीन स्थितियों में त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया देने के लिए सक्षम बनाना है। यूनिसेफ के सहयोग से आयोजित इस प्रशिक्षण में संभाग के सभी जिलों के खंड चिकित्सा अधिकारी, विकासखंड कार्यक्रम प्रबंधक, डीपीएचएन एवं RMNCHA सलाहकार समेत कुल 58 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
प्रशिक्षण का शुभारंभ उप संचालक, आपदा प्रबंधन डॉ निधि ग्वालरे एवं रायपुर संभाग के संयुक्त संचालक, डॉ. एम.पी. महेश्वर के स्वागत संबोधन से हुआ। उन्होंने कहा कि आपदा के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं की तत्परता न केवल मानव जीवन को बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, बल्कि स्वास्थ्य प्रणाली की मजबूती का भी प्रमाण है।
प्रमुख विषय:
प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों को आपदा प्रबंधन की बुनियादी अवधारणाएं, अस्पताल तैयारियों की समीक्षा, अस्पताल सुरक्षा ऑडिट चेकलिस्ट और आपातकालीन स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया जैसे विषयों पर प्रशिक्षित किया गया। साथ ही, मॉकड्रिल, आपात स्थिति में बचाव की तकनीक, और लाइव डेमोंस्ट्रेशन के माध्यम से प्रतिभागियों को व्यावहारिक अनुभव प्रदान किया गया।
महत्वपूर्ण पहल:
संभागीय स्तर पर इस प्रशिक्षण के आयोजन का उद्देश्य अधिक से अधिक स्वास्थ्य कर्मियों को आपातकालीन स्थितियों के लिए तैयार करना है, ताकि वे संभावित आपदाओं के दौरान समय पर और प्रभावी ढंग से प्रतिक्रिया कर सकें।
बैठक के दौरान स्वास्थ्य विशेषज्ञ यूनिसेफ डॉ गजेंद्र सिंह के साथ अधिकारी कमर्चारी गण उपस्थित रहे ।
प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों को आपदा प्रबंधन के विभिन्न पहलुओं पर व्यावहारिक और सैद्धांतिक जानकारी दी गई, जिससे वे आपात स्थितियों में तेजी से और प्रभावी ढंग से प्रतिक्रिया दे सकें। इसी क्रम में, दुर्ग संभाग के लिए भी “आपात स्थिति में स्वास्थ्य सेवाओं की तैयारियों” पर दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम 29 और 30 नवंबर 2024 को आयोजित किया जाएगा, जिसमें प्रतिभागियों को आपदा प्रबंधन और स्वास्थ्य सेवाओं की मजबूती के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा।