अडानी समूह के प्रवक्ता ने प्रेस रिलीज जारी कर अमेरिकी अधिकारियों द्वारा लगाए गए रिश्वतखोरी के आरोप निराधार बताया है.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स और ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक गौतम अडानी समेत समूह के 7 लोगों पर ग्रीन एनर्जी का कांट्रैक्ट हासिल करने के लिए भारत के सरकारी अधिकारियों को 25 करोड़ डॉलर से अधिक की रिश्वत देने का आरोप है. यह आरोप अमेरिकी प्रॉसीक्यूटर्स ने लगाए हैं. इस मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद गौतम अडानी के खिलाफ वारंट जारी कर दिया गया है, खबर आने के बाद अडानी समूह के सारे शेयर क्रैश हो गए.
बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) आज 422.59 अंक गिरकर 77,155.79 पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 50 (Nifty 50) 168.60 गिरकर 23,349.90 के स्तर पर रह गया। बात करें निफ्टी बैंक (Nifty Bank) की तो 253.60 पॉइन्ट डाउन रहकर यह 50,372.90 अंकों पर रह गया। गौतम अडानी, सागर अडानी और अन्य लोगों पर अमेरिका में लगे रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी के आरोपों के चलते आज अडानी ग्रुप के शेयरों में भी 22.61 प्रतिशत तक गिरावट आ गई।
सभी संभव कानूनी उपाय किये जाएंगे
अडानी ग्रुप ने बयान में कहा, ‘जैसा कि अमेरिकी न्याय विभाग द्वारा स्वयं कहा गया है, “अभियोग पत्र में आरोप लगाए गए हैं और प्रतिवादियों को तब तक निर्दोष माना जाता है, जब तक कि उन्हें दोषी साबित नहीं किया जाता।” सभी संभव कानूनी उपाय किए जाएंगे।’ बयान में आगे कहा गया, ‘अडानी ग्रुप ने हमेशा उच्चतम मानकों का पालन किया है और अपने सभी परिचालन क्षेत्रों में शासन, पारदर्शिता और नियामक अनुपालन को बनाए रखने के लिए दृढ़ता से प्रतिबद्ध है। हम अपने हितधारकों, भागीदारों और कर्मचारियों को आश्वस्त करते हैं कि हम एक कानून का पालन करने वाला संगठन हैं, जो सभी कानूनों का पूरी तरह से पालन करता है।