छत्तीसगढ़ का गठन 1 नवंबर, 2000 को मध्य प्रदेश से अलग कर किया गया था. मध्य प्रदेश के दक्षिण-पूर्व के हिस्से को अलग कर छत्तीसगढ़ राज्य बनाया गया.
इस अवसर को यादगार बनाने प्रदेश सरकार की तरफ से कई तैयारी की गई है. 3 दिवसीय राज्योत्सव कार्यक्रम 4 नवंबर से शुरू हो रहा है, जो 6 नवंबर तक चलेगा. इससे पहले आज दीपोत्सव के साथ छत्तीसगढ़ का स्वागत किया जाएगा.
राज्य स्थापना दिवस पर जिलों में दीप प्रज्ज्वलन
रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर 1 नवंबर को सभी जिला मुख्यालयों में एवं प्रमुख नगरों में दीप प्रज्जवलन किया जाना है। इस अवसर पर सामान्य प्रशासन विभाग मंत्रालय, रायपुर ने कलेक्टरों को जारी परिपत्र में कहा है कि नागरिकों से अपने घरों में राज्य स्थापना दिवस को दृष्टिगत रखते हुए दीप प्रज्जवलन करने के लिए अपील करना सुनिश्चित करें।
एकात्म पथ पर 11000 दीयों से छत्तीसगढ़ का स्वागत: आज शाम को एकात्म पथ पर 11000 दीपक जलाकर दीपोत्सव मनाया जाएगा. छत्तीसगढ़ सरकार की तरफ से इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय होंगे. इसके अलावा कई अन्य कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जा रहा है.
घर घर दीप जलाकर राज्योत्सव मनाने की अपील: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण में सभी की भागीदारी महत्वपूर्ण है. सीएम ने राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर प्रदेश के लोगों से विकास का नया अध्याय लिखने का संकल्प लेने की अपील की. साय ने प्रदेशवासियों से इस अवसर पर अपने घरों में दीप प्रज्ज्वलित कर दीपोत्सव के साथ राज्योत्सव मनाने की अपील की. बात दें छत्तीससगढ़ राज्योत्सव पर नवा रायपुर अटलनगर में 11 हजार दीप प्रज्ज्वलित किए जाएंगे.
जानें छत्तीसगढ़ का इतिहास
छत्तीसगढ़ प्राचीनकाल के दक्षिण कोसल का एक हिस्सा है और पहले इसकी राजधानी सिरपुर थी. वहीं इसका इतिहास पौराणिक काल के दौरान की है. पौराणिक काल का ‘कोशल’ प्रदेश, कालान्तर में ‘उत्तर कोशल’ और ‘दक्षिण कोशल’ नाम से दो भागों में बंटा था. दरअसल, पहले जो ‘दक्षिण कोशल’ था वो वर्तमान में छत्तीसगढ़ कहलाता है.