सोफिया फिरदौस कटक के पूर्व विधायक और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोहम्मद मोकिम की बेटी हैं। भ्रष्टाचार के मामले में मोहम्मद मोकिम दोषी पाए जा चुके हैं। वह खुद चुनाव नहीं लड़ सकते थे, इसलिए इस बार कांग्रेस की 32 वर्षीय सोफिया फिरदौस ने इतिहास रचा है। वह ओडिशा की बाराबती-कटक सीट से विधायक बनी हैं। फिरदौस का नाम ओडिशा की पहली मुस्लिम महिला विधायक के तौर पर सामने आया है। उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार और प्रख्यात स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. पूर्ण चंद्र महापात्रा (69) को 8,001 मतों के अंतर से हराया।
अपनी योजना के बारे में सोफिया ने कहा कि वह अपने पिता के कार्यकाल के दौरान शुरू की गई परियोजनाओं को पूरा करेंगी। उन्होंने कहा, ‘कटक को एक स्थायी शहर बनाने के लिए मैं और अन्य लोग प्रयास करेंगे। हम कटक को फिलिग्री हब बनाने की पहल करेंगे। हम युवाओं के लिए रोजगार सृजन पर काम करेंगे। मैंने अपने निर्वाचन क्षेत्र के विकास के लिए लोगों से सुझाव मांगे हैं।’
सोफिया ने 2014 और 2019 के विधानसभा चुनावों में अपने पिता के लिए पार्टी कार्यकर्ता के रूप में काम किया था। उन्होंने कहा, ‘मैंने उनसे चुनाव प्रचार और प्रबंधन की कला सीखी। उस समय, मैंने मतदाताओं को समझाने के लिए पर्चे बांटे और घर-घर जाकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर काम किया था। इसलिए, वे मेरे साथ सहज थे। शायद इसी वजह से पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने मुझे टिकट दिया।’
सोफिया ने कहा कि लोगों ने उन्हें ‘मुस्कुराने वाली विधायक’ के नाम से बुलाते हैं। ‘मैं बहुत खुशमिजाज हूं और लोगों से मुस्कुराते हुए मिलती हूं। चुनाव प्रचार के दौरान मेरी टैगलाइन ‘कटक की बेटी, कटक की बहू’ ने मतदाताओं का ध्यान खींचा। मैंने अपने विरोधियों के खिलाफ एक भी शब्द नहीं कहा। वास्तव में, मैं महापात्रा का बहुत सम्मान करती हूं क्योंकि वह मेरी डॉक्टर भी हैं।’
सोफिया ने कहा, ‘मुझे 24 अप्रैल को विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए टिकट मिला और मतदान 25 मई को हुआ। मैंने मतदाताओं से मिलने के लिए प्रत्येक इलाके और वॉर्ड का दौरा किया। लोग मेरे पिता को बहुत अच्छी तरह से जानते हैं। उनकी प्रतिष्ठा ने मुझे मतदाताओं से अच्छी प्रतिक्रिया दिलाने में मदद की।’