व्ही.आई.पी.रोड स्थित राजीव स्मृति वन का नाम बदलने का पुरजोर विरोध
रायपुर दिनांक 10 अक्टूबर। छ.ग. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व महामंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता पंकज शर्मा के नेतृत्व में सैकड़ो की संख्या में कांग्रेसजनों ने कलेक्टर रायपुर को ज्ञापन सौंपकर व्ही.आई.पी.रोड स्थित राजीव स्मृति वन का नाम बदलने का पुरजोर विरोध करते हुये कहा कि नाम बदलने की कार्यवाही मानसिक दिवालियापन को दर्शाता है, यह कार्य पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी जी की अवमानना की श्रेणी में आता है। इसके साथ ही वन विभाग द्वारा मार्निंग वाक का प्रतिदिन एवं मासिक शुल्क लिये जाने का आदेश जारी किया है। राजीव स्मृति वन के संरक्षण एवं संवर्धन के लिये विभाग पहले से ही शुल्क ले रहा है। अब विभाग सीधे जनता की जेब में डाका डालने का काम कर रहा है। पार्क परिसर में वाहनों के तेज हार्न तथा मोबाईल की तेज रिंगटोन प्रतिबंंिधत है उसके बावजूद वन विभाग के अधिकारियों की मनामनी इतनी बढ गई है कि कुछ माह पूर्व होली के समय विभागीय अधिकारियों एवं उनके परिचितों द्वारा पार्क में रात भर गाने-बजाने के साथ शराब की पार्टी की गई, जिसका वीडियों जमकर वायरल हुआ था किन्तु विभाग के आला अधिकारी दोषियों पर कार्यवाही न करते हुये चुप्पी साध ली। पूर्ववर्ती सभी सरकारों ने जनता को स्वस्थ्य रखने के उद्देश्य जगह-जगह गार्डन एवं उसमें कसरत के लिये निःशुल्क उपकरण लगाये गये है किन्तु वन विभाग तुगलकी फरमान जारी करके अपनी मनमानी पर उतर आया है जिससे समस्त लोगोें में आक्रोश व्याप्त है। वन विभाग की तुगलकी फरमान का हम समस्त कांग्रेसजन पुरजोर विरोध करते है।
हम समस्त कांग्रेसजन मांग करते है कि राजीव स्मृति वन का नाम यथावत रखा जाये तथा मार्निंग वाक शुल्क लिये जाने एवं पर्यटकों के प्रवेश शुल्क में की गई बढोतरी का हम विरोध करते है, यदि यह तुगलकी फरमान विभाग द्वारा वापिस नहीं लिया जाता है तो हम सभी कांग्रेसजन उग्र आंदोलन करने के लिये बाध्य होंगे। जिसकी जवाबदारी शासन एवं प्रशासन की होगी। ज्ञापन सौंपने वालों में प्रमुख रूप से ब्लाक अध्यक्ष सहदेव व्यवहार, ब्लाक अध्यक्ष माधव साहू, पार्षद राजा बंजारे, युकां अध्यक्ष रायपुर ग्रामीण तीरथ साहू, पार्षद प्रतिनिधि हेमंत पटेल, रिशी बारले, पार्षद रितेश सिंह, पार्षद दिलदार कुमरे, गोपाल पाल, भरत धीवर, सुरेश धीवर, तीरथ यादव, धीरज जैन, मनीष मानिक, संतोष डी, गोपाल पाल, बैसाखू सागर, सतीश साहू, मोहन बंजारे, विकास राजपूताना, पुरूषोत्तम साहू, रामेश्वर साहू, भूपेन्द्र साहू, पुखराज भार्गव, ज्वाला गोस्वामी, सतीश पांडे, अनिल रूपचंदानी, सुनील लहरें, परवेज अंसारी, राजू साहू, मोहन साहू, सजमन बाग, हेमंत पटेल, अरविंद सिंह आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।