चंपई सोरेन ने लिखा है कि जब हेमंत सोरेन के जमानत पर जेल से रिहा होने के बाद उनसे विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के लिए कहा गया तो वह टूट गए, क्योंकि उनके आत्मसम्मान को ठेस पहुंची थी. इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा है कि अगर शिबू सोरेन आज सक्रिय राजनीति में होते तो यह स्थिति स्थिति उत्पन्न नहीं होगी.
आज से मेरे जीवन का नया अध्याय शुरू होने जा रहा है। इसमें मेरे पास तीन विकल्प हैं। पहला, राजनीति से संन्यास लेना, दूसरा, अपना अलग संगठन खड़ा करना और तीसरा, इस राह में अगर कोई साथी मिले, तो उसके साथ आगे का सफर तय करना।’
इससे पहले उन्होंने सोशल मीडिया साइट X के बायो से JMM लीडर और मंत्री हटा लिया है। पूर्व सीएम के घर सरायकेला-खरसावां जिले के गांव जिलिंगगोड़ा से JMM का झंडा हट गया है।
जोहार साथियों,
— Champai Soren (@ChampaiSoren) August 18, 2024
आज समाचार देखने के बाद, आप सभी के मन में कई सवाल उमड़ रहे होंगे। आखिर ऐसा क्या हुआ, जिसने कोल्हान के एक छोटे से गांव में रहने वाले एक गरीब किसान के बेटे को इस मोड़ पर लाकर खड़ा कर दिया।
अपने सार्वजनिक जीवन की शुरुआत में औद्योगिक घरानों के खिलाफ मजदूरों की आवाज…
आज दोपहर करीब 1 बजे चंपाई सोरेन दिल्ली पहुंचे। बीजेपी में शामिल होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि ‘अभी मैं जहां पर हूं वहीं पर हूं। यहां मेरे बच्चे रहते हैं। मैं उनसे मिलने आता रहता हूं। मैं निजी काम से दिल्ली आया हूं।
शनिवार से ही चंपाई सोरेन के बीजेपी में शामिल होने की अटकलें चल रही हैं। चंपाई के अलावा JMM से निष्कासित लोबिन हेंब्रम और बहरागोड़ा विधायक समीर मोहंती के भी बीजेपी में जाने की खबर है।