छत्तीसगढ़ के मशहूर रंग निर्देशक और आकाशवाणी में वरिष्ठ उद्घोषक रहे मिर्ज़ा मसूद का निधन हो गया।मिर्ज़ा मसूद के निधन की खबर से कला जगत और पत्रकारिता जगत में शोक का माहौल है। उन्होंने आकाशवाणी में उद्घोषक के रूप में अपना लम्बा करियर बिताया और रंगमंच के लिए अपना पूरा जीवन बिताया।
छत्तीसगढ़ राज्य शासन का चक्रधर सम्मान और चिन्हारी सम्मान सहित दिल्ली के राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एन.एस.डी) में भी विशेष सम्मान प्राप्त मिर्जा मसूद 80 साल की उम्र पार करने के बाद भी वे थेियेटर के लिए समर्पित रहे। कई नाटक लिखे और उनका निर्देशन भी किया।
मिर्जा मसूद ने लंबे समय तक इंटरनेशनल और हिंदी ब्रॉडकास्ट कमेंटेटर के रूप में भी काम किया। फर्स्ट एशिया कप हॉकी प्रतियोगिता पाकिस्तान, पंचम विश्व कप हॉकी प्रतियोगिता बम्बई, दिल्ली एशियाड 1982, चैंपियन ट्रॉफी कराची पाकिस्तान दक्षिण कोरिया सियोल ओलंपिक 1988 और राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में हिंदी कमेंटेटर की भूमिका निभाई।
5 दिसंबर सफर तय करने के बाद उन्होंने अवंतिका -रंग सर्जन का मंच, कौशल नाट्य अकादमी और रायपुर नट मंडल की स्थापना की और लगातार युवाओं को रंगमंच और अभिनय की बारीकियां सिखाई। 2019 में छत्तीसगढ़ सरकार ने उन्हें कला और के क्षेत्र में योगदान के लिए चक्रधर सम्मान से सम्मानित किया गया