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सावधान! यहां फर्जी डॉक्टर कैंसर सर्जन बनकर मरीजों की जान से कर रहा है खिलवाड़

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आरोप है कि बिलासपुर के सकरी थाना क्षेत्र स्थित गहलोत हॉस्पिटल में डॉ. विवेक गहलोत पीछले कई वर्षो से कैंसर सर्जन का बोर्ड लगाकर कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का इलाज कर मरीजों के जान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. इतना ही नहीं गहलोत इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और डॉक्टर्स मीट के सभी कार्यक्रमों में भी शामिल होते आ रहे थे.

Bilaspur News: धरती के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर का मरीजों की जान बचाने में अहम भूमिका होती है. पर धरती के भगवान के बीच हैवान डॉक्टर मरीजों की जान से खिलवाड़ करने में भी पीछे नहीं है. जी हां हम धरती के भगवान पर ऐसी टिप्पणी इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि डॉ. की सर्जन एसोसिएशन ने सीएमएचओ कार्यालय में डॉ. विवेक गहलोत पर फर्जी सर्जन होने का गंभीर आरोप लगाते हुए उन पर कठोर कार्रवाई की मांग की है. इस पर सीएमएचओ कार्यालय की टीम ने तत्परता दिखाते हुए गहलोत हॉस्पिटल का निरीक्षण किया और एमआईसी को पत्र लिखकर डॉक्टर के रजिस्ट्रेशन की जानकारी मांगी है.

दरअसल, आरोप है कि बिलासपुर के सकरी थाना क्षेत्र स्थित गहलोत हॉस्पिटल में डॉ. विवेक गहलोत पीछले कई वर्षो से कैंसर सर्जन का बोर्ड लगाकर कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का इलाज कर मरीजों के जान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. इतना ही नहीं गहलोत इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और डॉक्टर्स मीट के सभी कार्यक्रमों में भी शामिल होते आ रहे हैं.

फर्जी डॉक्टर की ऐसे खुली पोल

डॉक्टर गहलोत के फर्जी होने का खुलासा तब  हुआ, जब आईएमए की मीटिंग में दूसरे डॉक्टर्स ने उनसे उनकी डिग्री और कॉलेज के बारे में पूछा. इस दौरान डॉ. गहलोत ने खुद को एमसीएच ऑनको सर्जन एम्स दिल्ली और एमएस सर्जन एसएमएस हॉस्पिटल जयपुर से बताया. इसके बाद शहर के डॉक्टरों ने एम्स दिल्ली और एसएमएस हॉस्पिटल जयपुर में पतासाजी की, जिसमें पता चला कि डॉक्टर विवेक गहलोत फर्जी है और उसने दोनों ही जगहों में से कहीं भी सर्जन नहीं रहे हैं.

जांच के बाद होगी एफआईआर की कार्रवाई

आपको बता दें कि गहलोत पिछले कई सालों से कैंसर सर्जन का गहलोत हॉस्पिटल में बोर्ड लगाकर कैंसर जैसे गंभीर बीमारी से ग्रस्त मरीजों के साथ खिलवाड़ कर रहा है. सर्जन एसोसिएशन.IMA के अध्यक्ष,  डॉ.कमलेश मौर्या  ने बताया कि सर्जन एसोसिएशन की शिकायत पर सीएमएचओ कार्यालय की टीम ने गहलोत हॉस्पिटल का निरीक्षण किया, जहां हॉस्पिटल पिछले कई दिनों से बंद पाया गया. ऐसा माना जा रहा है जब डॉक्टरों ने आईएमए मीटिंग में विवेक गहलोत से पूछताछ की, तब से वह बिलासपुर से फरार हो गया है. बहरहाल, सीएमएचओ प्रभारी डॉ. प्रमोद तिवारी का कहना है कि MIC से जानकारी आने के बाद विवेक गहलोत के दोषी पाए जाने पर एफआईआर दर्ज कराई जाएगी. 

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Janmat News

Writer & Blogger

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