सूरत कांड के आरोपियों पर बुलडोजर कार्रवाई. जहां से पत्थरबाजी वहां चला बुलडोजर. आरोपियों के अवैध निर्माण तोड़े जा रहे. गुजरात के सूरत में गणपति पूजा के दौरान बवाल हुआ है. पंडाल में पथराव के बाद हिन्दू संगठन घेराव करने पहुँच गए जिसके बाद पुलिस ने भीड़ पर लाठीचार्ज किया है.
पुलिस के मुताबिक, एक ऑटोरिक्शा में सवार कुछ उपद्रवियों ने गणेश पंडाल में पत्थर फेंके। इससे मूर्ति खंडित हो गई। पुलिस ने इस सिलसिले में कुछ नाबालिगों को हिरासत में लिया। उन्हें लालगेट थाने लाया गया। सूरत के पुलिस आयुक्त अनुपम सिंह गहलोत ने बताया कि जब भीड़ ने अपने समुदाय के लोगों को हिरासत में लिए जाने के विरोध में थाने का घेराव किया तो दो समूहों ने एक दूसरे पर पथराव करना शुरू कर दिया। इस दौरान कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए। एक पुलिस के वाहनों को भी नुकसान पहुंचा। हालात बेकाबू होता देख पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसूगैस के गोले छोड़े। उन्होंने कहा कि हमारे पास सीसीटीवी फुटेज और वीडियो रिकॉर्डिंग हैं। इससे सभी की पहचान कर आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा। दोषियों को कड़ी सजा दिलाई जाएगी।
पुलिस ने मामले में भारतीय न्याय संहिता के विभिन्न प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है, जिनमें गैरकानूनी तरीके से एकत्र होना, किसी भी वर्ग के धर्म का अपमान करने के इरादे से पूजा स्थल को नुकसान पहुंचाना या अपवित्र करना और किसी भी वर्ग के धर्म या धार्मिक विश्वासों का अपमान करके उसकी धार्मिक भावनाओं को आहत करने के इरादे से जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कार्य करना शामिल है। पुलिस के मुताबिक, हिंसा में शामिल लोगों पर दंगा फैलाने, गैरकानूनी तरीके से एकत्र होने और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने आदि के आरोप में मामला दर्ज किया गया है।
डीसीपी भागीरथ गढ़वी ने कहा, ”जिन लोगों ने पथराव किया, उन्हें उसी इलाके से हिरासत में लिया गया। उन लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई है। पुलिस की गश्त के बाद स्थिति नियंत्रण में है। मौके पर दंगा रोधी वाहन, वज्र वाहन भी तैनात किए गए हैं। वाहनों को आग लगाने में शामिल लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। हम लोगों से अपील कर रहे हैं कि वे अफवाहों का शिकार न बनें।