25 मई से नौतपा लगने वाले हैं. नौतपा में 9 दिनों तक बहुत गर्मी होती है. वहीं अगर नौतपा में बारिश हो गई, तो इसको लेकर शास्त्रों में अलग-अलग बाते हैं. ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री से जानिए नौतपा में बारिश न होने से अच्छा या बुरा कैसा प्रभाव पड़ता है. किसानों को इससे क्या लाभ मिलता है.!
मई का महीना चल रहा है और मई के इसी महीने से नौतपा की शुरुआत हो जाएगी. वैसे भी पिछले दो-तीन दिन से मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है. बीते मंगलवार को बारिश का दौर भी देखने को मिला. बुधवार को दिन भर आसमान में बादल छाए रहे. मौसम में ठंडक और उमस दोनों बनी रही. तापमान में गिरावट देखने को मिली और अब नौतपा की शुरुआत 25 मई से होने जा रही है.!
नौतपा कब से कब तक ?
जब गर्मी की शुरुआत होती है तो गर्मी में नौतपा को सबसे गर्म समय माना जाता है, क्योंकि नौतपा में सूर्य देव सबसे ज्यादा गर्मी प्रदान करते हैं. सूरज की तेज तपिश देखने को मिलती है, इसीलिए उस समय काल को नौतपा के नाम से जाना जाता है. ज्योतिष शास्त्र में भी नौतपा का विशेष महत्व है. कई मायने होते हैं. 9 दिनों में किस तरह की गर्मी पड़ती है. इसके भी कई मायने होते हैं. ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि इस बार नवतपा की शुरुआत 25 मई से होने जा रही है. जो 2 जून तक होगी.!
नौतपा में बारिश और फसलों का अनुमान
नौतपा को लेकर ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री कहते हैं की 25 मई से 2 जून 2024 तक इस बार नवतपा रहेगा. नौतपा को लेकर शास्त्रों में उल्लेख है, कि इस नवतपा के 9 दिन को बरसात का गर्भ काल कहा गया है. इस 9 दिन के बीच में अगर अच्छी गर्मी पड़ेगी, हवा ना चले, कहीं बारिश या किसी भी तरह की बूंदाबांदी ना हो तो गर्भ खंडित नहीं होता है. नवतपा के 9 दिन तक अगर सूर्य तपता है, तो शास्त्रों में ऐसा उल्लेख है कि वर्षा का योग बनता है.!