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NEET परीक्षा उत्तीर्ण करने के लिए छात्रों से 10 लाख में थी डील…गुजरात के गोधरा में पकड़ा गया गोरखधंधा

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अहमदाबाद: गुजरात में नीट की परीक्षा में नकल कराने के गोरखधंघे का खुलासा हुआ है। गुप्त सूचना के बाद पंचमहाल जिले के कलेक्टर की निगरानी में हुई कार्रवाई के बाद परीक्षा में शिक्षक और दो अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने सात लाख रुपये की बरामदगी की है। इतना ही नहीं इस मामले में पुलिस रॉय ओवरसीज के मालिक परशुराम राय को वडोदरा से अरेस्ट किया है। इस सनसनीखेज मामले में सामने आया है कि आरोपियों ने छात्रों से 10-10 लाख रुपये में डील की थी। छात्रों से कहा गया था कि वे कठिन सवालों के उत्तर न लिखे और उन्हें खाली छोड़ दें।

गोधरा के स्कूल में गोरखधंधा
पुलिस के अनुसार पंचमहल जिले के गोधरा में एक स्कूल के शिक्षक और दो अन्य लोगों के खिलाफ राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (नीट)-स्नातक में शामिल हुए छह अभ्यर्थियों की मदद का प्रयास करने में उनकी कथित संलिप्तता के लिए मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस के अनुसार चिकित्सा महाविद्यालयों में प्रवेश के लिए रविवार को नीट-स्नातक का आयोजन गोधरा के एक स्कूल में किया गया था, जिसमें कुछ लोगों के नकल कराने में शामिल होने की गुप्त सूचना जिलाधिकारी को मिली थी। पुलिस ने बताया कि परीक्षा केंद्र के उपाधीक्षक और भौतिक विज्ञान के शिक्षक तुषार भट्ट तथा परशुराम रॉय एवं आरिफ वोरा नाम के दो लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

छात्रों से की थी ये डील?
पुलिस के अनुसार भट्ट की कार से सात लाख रुपये भी बरामद किए गए हैं। जो उसे वोरा ने एक अभ्यर्थी की मदद करने के लिए अग्रिम भुगतान के तौर पर मिले थे, ताकि उस अभ्यर्थी का नाम मेरिट सूची में आ सके। पुलिस के मुताबिक आरोपी और अभ्यर्थियों के बीच हुई सहमति के मुताबिक उन्हें उन सवालों को खाली छोड़ने को कहा गया था, जिनका जवाब उन्हें नहीं पता था। प्राथमिकी के मुताबिक, परीक्षा के बाद प्रश्नपत्रों को वापस लेने के बाद उन खाली प्रश्नों के जवाब लिखे जाने थे। जिला शिक्षा अधिकारी की शिकायत के आधार पर गोधरा तालुका थाने में दर्ज की गई प्राथमिकी के मुताबिक भट्ट, जय जालाराम स्कूल में एक शिक्षक के रूप में काम करता है और उसे शहर में नीट के लिए केंद्र का उपाधीक्षक नियुक्त किया गया था।

पुलिस को मिली 16 छात्रों की लिस्ट
प्राथमिकी के मुताबिक अतिरिक्त जिलाधिकारी और जिला शिक्षा अधिकारी की एक टीम परीक्षा के दिन स्कूल पहुंची और भट्ट से पूछताछ की। प्राथमिकी में कहा गया है कि जब उसके (भट्ट के) मोबाइल फोन की जांच की गई तो उसमें से 16 अभ्यर्थियों की सूची प्राप्त हुई, जिसमें उनके नाम, क्रमांक संख्या और परीक्षा केंद्र लिखे हुए थे और यह सूची सह-आरोपी राय ने उसके व्हाट्सऐप नंबर पर भेजी थी। जांच दल ने शिक्षक का मोबाइल फोन, नकदी और वह कार जब्त कर ली, जिससे नकदी बरामद हुई थी और जिलाधिकारी को एक रिपोर्ट दाखिल की है।

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Janmat News

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