अम्बिकापुर : अम्बिकापुर में महादेव का एक ऐसा भक्त है, जो बाइक से केदारनाथ पहुंच जाता है. 5 बार बाइक से केदारनाथ और एक बार चार धाम यात्रा सहित कामाख्या, नेपाल, भूटान और नेपाल बॉर्डर की यात्रा भी इन्होंने बाइक से ही की है. इस भक्त का नाम है विकास शर्मा जो पेशे से एक आर्टिस्ट हैं.
7 बार कर चुके हैं केदारनाथ की यात्रा: विकास ने बताया कि, “5 बार मैं मोटरसाइकिल से उत्तराखंड जा चुका हूं. वैसे मैं 7 बार बाबा केदारनाथ जी के दर्शन कर चुका हूं. इसके अलावा माता कामख्या, नेपाल, भूटान, चाइना, बांग्लादेश बार्डर भी बाइक से गया. सिक्किम में जब मैं पहुंचा, तो वहां गुरुडोंगमार लेक हैं, जो समुद्र तल से करीब 18 हजार फीट की ऊंचाई पर है. जिसमें इसी 110 सीसी की बाइक से पहुंचा हूं. उस यात्रा वृतांत को शब्दों में मैं बता ही नहीं पाऊंगा. सोलो राइड करने पर जो-जो जीवन का अनुभव प्राप्त होता है, वो अद्भुत होता है.
देश के अन्य तीर्थ स्थलों का करेंगे बाइक से भ्रमण: विकास शर्मा अपने जीवन में 7 बार बाबा केदारनाथ के दर्शन कर चुके हैं, इनमें से 2 बार यात्रा उन्होंने कार से और 5 बार यात्रा बाइक से की है. बाइक यात्रा में इनके साथी शिशिर सिन्हा भी केदारनाथ जा चुके हैं. इन यात्राओं के अलावा भी विकास ने भविष्य के लिए बाइक से भारत भ्रमण की योजना बना रखी है. वो देश में अन्य तीर्थ स्थलों पर भी बाइक से भ्रमण करेंगे.
“साल 2020 में जब बाइक से पहली बार मैं और मेरा मित्र शिशिर दोनों यात्रा करके वहां पहुंचे, तो पंचकेदार का शीतकाल अवधी में गद्दी स्थल है वहां हम महाशिवरात्रि के दिन पहुंचे. हैवी रेन फॉल हो रहा था. तुंगनाथ बाबा के दर्शन को जा रहे थे. कई बार स्लिप हो-हो कर हम लोग गिर रहे थे. नीचे की ओर पहुंच रहे थे. पहाड़ पर रास्ता तो था ही नहीं बर्फ जमी हुई थी. चोट भी आई, लेकिन बाबा के दर्शन का उत्साह इतना अधिक था कि दर्द महसूस नहीं हो रहा था. बर्फ इतनी ज्यादा गिर रही थी कि बाइक स्टार्ट नहीं हो रही थी, सारे बटन बर्फ से जाम हो गये थे, तो हम लोग बाइक को लुढ़काकर उसमें जा रहे थे. ढलान अधिक थी. ब्रेक मारने पर भी बाइक नहीं रुकी स्लिप खाकर घिसटने लगी. 2 मीटर और आगे जाते तो सीधे खाई थी, लेकिन महादेव की कृपा से हम बच गये.यात्रा के दौरान बाइक का हैंडल टेढ़ा हो गया था, लेकिन जब उठकर हमने बाइक स्टार्ट की, तो वो स्टार्ट हो गई. हम दोनों ने ये निर्णय लिया था कि अब बाइक को पैदल लेकर चलेंगे. मैंने व्यक्तिगत रूप से भारत में 55 हजार किलोमीटर की बाइक यात्रा की है.”