मंगलवार शाम लगभग डेढ़ घंटे तक चली बीजेपी विधायकों की बैठक के बाद केंद्रीय रक्षा मंत्री और बीजेपी के केंद्रीय पर्यवेक्षक राजनाथ सिंह ने घोषणा की थी कि मोहन चरण माझी को सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुना गया है!.
साथ ही उन्होंने यह भी घोषणा की थी कि राज्य की पहली बीजेपी सरकार में दो उपमुख्यमंत्री होंगे.ये दो उपमुख्यमंत्री हैं- पश्चिम ओडिशा के वरिष्ठ बीजेपी नेता और पटनागढ़ के विधायक कनक वर्धन सिंहदेव और निमापड़ा विधानसभा क्षेत्र से पहली बार चुनकर आईं प्रभाती परिड़ा.उपमुख्यमंत्री कनक वर्धन सिंहदेव बलांगीर के राज परिवार से ताल्लुक रखते हैं और छठी बार विधायक बने हैं. वहीं दूसरी उपमुख्यमंत्री प्रभाती परिड़ा राज्य भाजपा के महिला मोर्चा की अध्यक्ष रह चुकी हैं. उनकी छवि एक जुझारू महिला नेता की है लेकिन वो पहली बार विधायक बनी हैं.!
विधायक दल के नेता चुने जाने के तत्काल बाद मोहन माझी वरिष्ठ भाजपा नेताओं के साथ राजभवन गए और राज्यपाल रघुबर दास से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया.147 सदस्यों की विधानसभा में बीजेपी के 78 विधायकों के अलावा उन्हें तीन निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन प्राप्त है.
बुधवार को होगा शपथ ग्रहण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी के कई राष्ट्रीय नेता और बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की उपस्थिति में नया मंत्रिमंडल भुवनेश्वर के जनता मैदान में शाम पाँच बजे शपथ लेगा.शपथ ग्रहण समारोह में क़रीब 35 हज़ार लोगों के होने की उम्मीद जताई जा रही है और इसके लिए पुलिस की ओर से सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं!.
कैसे सबको पीछे छोड़ आगे बढ़े माझी
बीजेपी विधायक दल के नेता चुने जाने के बाद अपनी पहली प्रतिक्रिया देते हुए 52 वर्षीय मोहन माझी ने कहा, “मैं चुनाव प्रचार के दौरान ओडिशा को देश का नंबर एक राज्य बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के किए वादे को पूरा करने के लिए पूरी निष्ठा के साथ काम करूंगा.”
पिछले साल मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान की तरह ओडिशा में भी मुख्यमंत्री पद के लिए चयन में भाजपा शीर्ष नेतृत्व ने सबको चकित कर दिया है.हालांकि मुख्यमंत्री पद के लिए कई नेताओं के साथ मोहन माझी के नाम की भी चर्चा हो रही थी, लेकिन विश्लेषकों को उम्मीद नहीं थी कि आख़िर में उन्हीं के नाम पर मुहर लगेगी.विधानसभा चुनाव में मोहन माझी उत्तरी ओडिशा के केऊँझर (सुरक्षित) विधानसभा क्षेत्र से बीजू जनता दल (बीजेडी) की प्रत्याशी मीना माझी को 11,577 वोटों से हरा कर चौथी बार विधायक चुने गए.इससे पहले उन्होंने इसी चुनाव क्षेत्र से 2000, 2004 और 2019 में भी चुनाव जीता था. साल 2019 से 2024 के बीच वो विधानसभा में बीजेपी विधायक दल के चीफ़ व्हिप भी रहे थे.