नई दिल्ली। महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी को लोकसभा चुनाव में बड़ी सफलता मिली है। अब अक्टूबर में राज्य विधानसभा चुनाव में होने वाले हैं। जिसके लिए महाविकास अघाड़ी में शामिल सभी दलों ने अभी से ही तैयारियां तेज कर दी है। लोकसभा चुनाव में सीटों के बंटवारें में देरी हुई थी। लेकिन राज्य चुनाव के लिए अभी से ही सीट शेयरिंग की दिशा में चर्चा जारी है। पिछले हफ्ते मुंबई में एमवीए की बैठक हुई। जिसमें सीट शेयरिंग को लेकर चर्चा हुई। बैठक में सीट शेयरिंग का एक संभावित फॉर्मूला भी सामने आया है।
कांग्रेस राज्य की 100 से 105 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। वहीं, उद्धव ठाकरे की पार्टी को 90 से 95 सीटें दी जा सकती है। इसके अलावा शरद पवार गुट को 80 से 85 सीटें मिलने का अनुमान है। बता दें कि, राज्य में महाराष्ट्र में कुल 288 विधानसभा सीटें हैं। यह भी पढ़े -JDU-TDP का भाजपा को समर्थन, इंडिया गठबंधन ने रखी शर्त, लोकसभा में स्पीकर पद पर खींचतान शुरू
लोकसभा चुनाव में रहा बेहतरीन प्रदर्शन इस बार के लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों में से महाविकास अघाड़ी ने 30 सीटों पर जीत हासिल की है। जिसमें कांग्रेस ने 13 सीटें, उद्धव ठाकरे की पार्टी ने 9 सीटें और शरद पवार की पार्टी ने 8 सीटें जीती हैं। लोकसभा चुनाव के बाद राज्य में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। वहीं, शरद पवार और उद्धव ठाकरे की पार्टी ने राज्य में विरोधी पार्टियों के मुकाबले काफी बेहतरीन प्रदर्शन किया है। इसके अलावा राज्य में एकमात्र सीट सांगली पर जीते निदर्लीय सांसद विशाल पाटिल ने भी अपना समर्थन कांग्रेस को दे दिया है।
लोकसभा चुनाव में एमवीए को मिली बड़ी सफलता के बाद महाविकास अघाड़ी में शामिल सभी पार्टियों का मनोबल बढ़ा है। जिसे वह आगामी विधानसभा चुनाव में भी बरकरार रखना चाहती है। कांग्रेस की स्थिति राज्य में लोकसभा चुनाव से पहले काफी कमजोर थी। पार्टी का साथ कई बड़े नेता लगातार छोड़ते जा रहे थे। जिसके बाद राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे और प्रियंका गांधी ने कांग्रेस पार्टी के स्थानीय कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाया और चुनाव में डटे रहे। जिसका नतीजा चुनाव में भी देखने का मिला है। अब शरद पवार की पार्टी एनसीपी(एसपी), उद्धव ठाकरे की पार्टी शिवसेना(यूबीटी) और कांग्रेस महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव में डटकर महायुति का सामना करने वाले हैं।