कुरान जलाने वाला इराकी ईसाई सलवान मोमिका, स्वीडन में जिसकी कर दी गई गोली मारकर हत्या
स्टॉकहोम: मुसलमानों की पवित्र किताब कुरान का बार बार अपमान करने वाले सलवान मोमिका की स्वीडन में गोली मारकर हत्या कर दी गई है। स्वीडिश अधिकारियों ने पुष्टि कर दी है, कि बुधवार देर रात उसके घर के अंदर गोली मारकर उसे मौत के घाट उतार दिया गया है। वो साल 2023 में कुरान जलाने के बाद से कट्टरपंथी मुसलमानों के निशाने पर था। स्वीडिश मीडिया ने भी सलवान मोमिका की मौत की पुष्टि कर दी है। सलवान मोमिका को उस वक्त मारा गया है, जब स्वीडन की एक अदालत में उसके खिलाफ घृणा अपराध को लेकर मुकदमा चल रहा था और गुरुवार को कुरान जलाने के मामले में फैसला आने वाला था।
स्टॉकहोम पुलिस का कहना है कि इस सिलसिले में पाँच लोगों को गिरफ़्तार किया गया है. स्थानीय मीडिया के मुताबिक मोमिका को उस वक्त गोली मारी गई जब वह टिक टॉक पर लाइव स्ट्रीमिंग कर रहे थे.
मोमिका की हत्या उस समय हुई जब स्टॉकहोम की एक अदालत उनके कु़रान जलाने से जुड़े मामले में फै़सला सुनाने वाली थी.
सलवान मोमिका की हरकत ने इस्लामिक देशों को गुस्से से भर दिया और कई इस्लामिक देशों में भारी विरोध प्रदर्शन भी किए गये। बगदाद में स्वीडन के दूतावास में भी हमला किया गया। वहीं, तुर्की नाराज होकर कई महीनों तक स्वीडन की नाटो सदस्यता वाली फाइल पर कुंडली मारकर बैठा रहा। इसके अलावा, ईरान में भी उसके खिलाफ भारी विरोध प्रदर्शन हुए। पाकिस्तान में भी सलवान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किए गये।
38 साल के मोमिका इराक़ी ईसाई शरणार्थी थे. वह अप्रैल 2018 में स्वीडन आए थे और अप्रैल 2021 में शरणार्थी का दर्जा मिला था.
मोमिका खुद को नास्तिक और लेखक बताते थे. मोमिका ने 28 जून 2023 को स्टॉकहोम की सबसे बड़ी मस्जिद के सामने ईद-उल-अज़हा के दिन कुरान जलाया था.
मोमिका ने कई इस्लाम-विरोधी प्रदर्शनों में हिस्सा लिया था. मोमिका के कुरान जलाने के बाद विवाद इतना बढ़ा था कि बग़दाद से स्वीडन के राजदूत को निलंबित कर दिया गया था.
स्वीडन की पुलिस ने मोमिका को विरोध प्रदर्शन की मंज़ूरी दी थी, जिसमें उन्होंने कुरान को जलाया था. हालांकि, उनका ये कृत्य स्वीडन के फ्री-स्पीच क़ानूनों का उल्लंघन नहीं करता था.