आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने रविवार दोपहर अपने इस्तीफे का ऐलान कर दिया है. उन्होंने कहा है कि वे दो दिन बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से रिजाइन कर देंगे
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दो दिन पहले ही दिल्ली की तिहाड़ जेल से बाहर निकले हैं. उन्हें सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली आबकारी नीति मामले में ज़मानत दी है.
शुक्रवार को जेल से छूटने के बाद, रविवार को केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि वो दो दिनों के भीतर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़ा दे देंगे.
केजरीवाल ने रविवार को पार्टी मुख्यालय में कार्यकर्ताओं और समर्थकों से कहा “मैं सीएम की कुर्सी से इस्तीफ़ा देने जा रहा हूं और मैं तब तक सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा जब तक जनता अपना फ़ैसला न सुना दे.”
आज मैं जनता से पूछने आया हूँ कि आप केजरीवाल को ईमानदार मानते हो या गुनाहगार
— AAP (@AamAadmiParty) September 15, 2024
अब जब तक दिल्ली की जनता अपना फ़ैसला नहीं सुना देती है तब तक मैं CM की कुर्सी पर नहीं बैठूँगा।
मैं आज से 2 दिन बाद मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफ़ा दे दूंगा। @ArvindKejriwal #केजरीवाल_ईमानदार_है pic.twitter.com/i59f5U9gVV
लेकिन केजरीवाल के इस्तीफा की घोषणा के साथ ही यह सवाल खड़ा हो गया है कि क्या वे मुख्यमंत्री आवास भी छोड़ेंगे? यह सवाल इसलिए बहुत महत्त्वपूर्ण हो जाता है क्योंकि कथित तौर पर मुख्यमंत्री आवास में नियमों की हेराफेरी कर बड़ा अवैध निर्माण कराया गया है। मीडिया में इस बात की भी खबरें आई थीं कि अरविंद केजरीवाल के आवास में पर्दे, टॉयलेट, टाइल और गद्दों की खरीद में भारी भरकम राशि खर्च की गई है। यदि उनके इस्तीफा देने के बाद मुख्यमंत्री आवास सीधे उपराज्यपाल के प्रशासनिक नियंत्रण में आ जाता है तो मुख्यमंत्री आवास में मीडिया का प्रवेश हो सकता है। इसके बाद अरविंद केजरीवाल के लिए चुनाव के पहले ही एक नई मुसीबत सामने आ सकती है। आम आदमी पार्टी सूत्रों के अनुसार, यही कारण है कि अरविंद केजरीवाल दिल्ली विधानसभा चुनाव तक अपना आवास नहीं छोड़ेंगे।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब दिल्ली के सीएम से पूछा गया कि उन्हें इस्तीफा देने के लिए दो दिन का समय क्यों चाहिए, तो दिल्ली की मंत्री आतिशी ने कहा कि ‘आज रविवार है, कल ईद-ए-मिलाद की छुट्टी है, इसलिए अगला वर्किंग डे मंगलवार है. इसलिए दो दिन का समय है.’
केजरीवाल ने कहा कि ‘दो दिन बाद, मैं मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दूंगा. जब तक जनता अपना फैसला नहीं सुना देती, मैं उस कुर्सी पर नहीं बैठूंगा. दिल्ली में चुनाव अभी कुछ महीने दूर हैं. मुझे कानूनी अदालत से न्याय मिला, अब मुझे जनता की अदालत से न्याय मिलेगा. मैं जनता के आदेश के बाद ही मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठूंगा.’ उन्होंने कहा कि ‘मैं दिल्ली के लोगों से पूछना चाहता हूं कि केजरीवाल निर्दोष हैं या दोषी? अगर मैंने काम किया है तो मुझे वोट दें.’
लेकिन इसमें सबसे बड़ा पेंच यह है कि अगला चुनाव किसके नेतृत्व में होगा? यदि उपराज्यपाल अरविंद केजरीवाल को कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने रहने के लिए कहते हैं तो अगला चुनाव भी उन्हीं के नेतृत्व में होगा। लेकिन यदि उपराज्यपाल दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश कर देते हैं तो दिल्ली का अगला विधानसभा चुनाव केंद्र के नेतृत्व में हो सकता है। आम आदमी पार्टी सूत्रों के अनुसार पार्टी इस बात पर लगातार मंथन कर एक निष्कर्ष पर पहुंचने की कोशिश कर रही है।
आम आदमी पार्टी के नेता राघव चड्ढा ने अमिताभ बच्चन की ऐतिहासिक फिल्म ‘दीवार’ के एक डायलॉग का जिक्र करते हुए कहा कि अब दिल्ली की जनता अपने हाथ पर लिखवाएगी- सीएम अरविंद केजरीवाल ईमानदार हैं. बता दें, अमिताभ बच्चन की दीवार फिल्म में किरदार के हाथ पर लिखा गया था ‘मेरा बाप चोर है’. राघव चड्ढा ने कहा कि दिल्ली में इसका ठीक उलट होने वाला है और जनता अरविंद केजरीवाल की ईमानदारी के किस्से हाथ पर लिखवाने वाली है.