उन्होंने मशीन नंबरों की लिस्ट भी जारी की है। इसमें उन्होंने बताया है कि मतदान से पहले मशीन नंबर कुछ और था और मतगणना से पहले कुछ और हो गया।
भूपेश बघेल ने लिखा “चुनाव आयोग ने चुनाव में प्रयुक्त होने वाली मशीनों के नंबर दिए थे। इसमें बैलेट यूनिट, कंट्रोल यूनिट और वीवीपैट शामिल हैं। मेरे चुनाव क्षेत्र राजनादगांव मतदान के बाद फॉर्म 17 सी में जो जानकारी दी गई है उसके अनुसार बहुत सी मशीनों के नंबर बदल गए हैं। जिन बूथों पर नंबर बदले हैं उससे हजारों वोट प्रभावित होते हैं। और भी कई लोकसभा क्षेत्रों में यही शिकायतें मिली हैं। हम राज्य निर्वाचन पदाधिकारी से शिकायत कर रहे हैं। चुनाव आयोग को जवाब देना चाहिए कि किन परिस्थितियों में मशीनें बदली गई हैं और चुनाव परिणाम पर होने वाले असर के लिए कौन जिम्मेदार होगा? बदले हुए नंबरों की सूची बहुत लंबी है पर एक छोटी सूची आप सबके अवलोकनार्थ संलग्न है।”
भूपेश बघेल ने जो सूची जारी की है, उसमें कवर्धा, खैरगढ़, राजनांदगांव और डोंगरगांव के बूथ का जिक्र है। इस लिस्ट के अनुसार इन बूथों में 17 अप्रैल को दी गई मशीनों और 26 अप्रैल को सील की गई मशीनों के नंबर मेल नहीं खाते हैं। सूची में यह भी लिखा है कि मशीनों के नंबर चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार ही हैं। सूची के अनुसार अधिकतर बूथ में बैलेट यूनिट और सेंट्रल यूनिट में बदलाव किया गया है, जबकि एक बूथ में वीवीपैट को भी बदला गया है।