
हरियाणा में गुरुवार को विधानसभा चुनाव के धुआंधार प्रचार के बीच भाजपा को उस समय बड़ा झटका लगा, जब अशोक तंवर कांग्रेस में लौट आए।मतदान से ठीक 2 दिन पहले पूर्व सांसद और दलित नेता तंवर ने कांग्रेस में वापसी की है। उन्होंने महेंद्रगढ़ में राहुल गांधी की जनसभा में अचानक पहुंचकर सबको चौंका दिया।राहुल की मौजूदगी में उन्होंने कांग्रेस का हाथ थामा। इस दौरान मंच पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डाभी मौजूद थे।
घंटे भर पहले कर रहे थे भाजपा का प्रचार
कांग्रेस में शामिल होने से घंटे भर पहले तंवर जींद के सफीदों में भाजपा के लिए चुनाव प्रचार कर रहे थे, लेकिन अचानक उनके कांग्रेस में आने से लोग हैरान रह गए।कांग्रेस ने तंवर के आने पर कहा, ‘कांग्रेस के संघर्ष और समर्पण से प्रभावित होकर भाजपा के वरिष्ठ नेता, पूर्व सांसद, हरियाणा में भाजपा प्रचार समिति के सदस्य अशोक तंवर कांग्रेस में शामिल हो गए। दलितों के हक की लड़ाई को आपके आने से और मजबूती मिलेगी।’
कौन हैं अशोक तंवर?
तंवर हरियाणा के बड़े दलित नेता हैं। उन्होंने अपना राजनीतिक करियर कांग्रेस के छात्र संगठन NSUI से शुरू किया और 2003 में अध्यक्ष रहे।तंवर ने पहला लोकसभा चुनाव 2009 में सिरसा (सुरक्षित) से लड़ा और INLD उम्मीदवार सीताराम को हराया।2014 और 2019 में हार के बाद उनका हुड्डा से कुछ मनमुटाव हुआ और आम आदमी पार्टी (AAP) में चले गए।उन्होंने जनवरी 2024 में AAP का साथ छोड़कर भाजपा का दामन थामा था।