NEET Exam Controversy: नीट मामले में बिहार से बड़ा अपडेट सामने आया है। पुलिस ने दावा किया है कि 6 पोस्ट डेटेड चेक भी बरामद हुए हैं। जो कथित तौर पर लीक प्रश्नपत्र देने के एवज में कैंडिडेट के गार्जियन ने सॉल्वर गैंग को दिया था। इन सबके बीच केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने नीट 2024 में ‘कुछ’ गड़बड़ियों की बात स्वीकार की है।
पटना: बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने छह पीडीसी (पोस्ट-डेटेड चेक) बरामद किए हैं, जिनके बारे में संदेह है कि ये माफिया के पक्ष में जारी किए गए थे। पिछले महीने आयोजित नीट परीक्षा से पहले कथित लीक प्रश्नपत्र की मांग करने वाले प्रत्येक अभ्यर्थी से 30 लाख रुपए से अधिक की मांग की गई थी। ईओयू के उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) मानवजीत सिंह ढिल्लो ने बताया कि जांच के दौरान, ईओयू के अधिकारियों ने छह ‘पोस्ट-डेटेड चेक’ बरामद किए, जो उन अपराधियों के पक्ष में जारी किए गए थे, जिन्होंने कथित तौर पर परीक्षा से पहले उम्मीदवारों को प्रश्नपत्र उपलब्ध कराए थे।
NEET मामले में बिहार से 13 गिरफ्तार
ईओयू के उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) मानवजीत सिंह ढिल्लो ने बताया कि जांचकर्ता संबंधित बैंकों से खाताधारकों के बारे में जानकारी जुटा रहे हैं। ईओयू ने कथित नीट-यूजी 2024 पेपर लीक मामले में अब तक 13 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें चार परीक्षार्थी और उनके परिवार के सदस्य शामिल हैं। उन्होंने बताया कि सभी आरोपी बिहार के हैं। नीट-यूजी परीक्षा देशभर के सरकारी और निजी संस्थानों में एमबीबीएस, बीडीएस, आयुष और अन्य संबंधित पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए एनटीए द्वारा आयोजित की जाती है।
बिहार-यूपी-महाराष्ट्र के 9 कैंडिडेट को नोटिस
मानवजीत सिंह ढिल्लो के मुताबिक ईओयू ने नौ अभ्यर्थियों (बिहार से सात और उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र से एक-एक) को भी जांच में शामिल होने के लिए नोटिस जारी किया है। राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट-यूजी) 2024 का आयोजन राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) की ओर से 571 शहरों के 4,750 केंद्रों पर 24 लाख से अधिक अभ्यर्थियों के लिए किया गया था। नीट-यूजी 2024 का परिणाम चार जून को घोषित किया गया था। परिणाम घोषित होते ही हंगामा मच गया और कई छात्रों ने गड़बड़ियों का आरोप लगाया।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने मानी गड़बड़ी की बात
इन सबके बीच ओडिशा के संबलपुर में NEET मुद्दे पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की सिफारिश पर 1,563 अभ्यर्थियों की दोबारा परीक्षा कराने का आदेश दिया गया है। दो जगहों पर कुछ अनियमितताएं सामने आई हैं। छात्रों और अभिभावकों को आश्वस्त कर रहे कि सरकार ने इसे गंभीरता से लिया है, भले ही एनटीए के बड़े अधिकारी दोषी पाए जाएं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। एनटीए में बहुत सुधार की जरूरत है। सरकार को इसकी चिंता है। किसी को बख्श नहीं जाएगा। उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी।