मौसम विभाग के अनुसार, फेंगल तूफान के प्रभाव के चलते अगले 3-4 दिनों तक मौसम ठंडा और नम रहेगा। रात के तापमान में बढ़ोतरी होगी, जबकि दिन का तापमान बादलों के कारण थोड़ा कम रहेगा। विभाग ने चेतावनी दी है कि इस दौरान हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं, जिससे किसानों और आम नागरिकों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।
चक्रवाती तूफान फेंगल के कारण रविवार को दिनभर बादल छाए रहने और हल्की बारिश होने से खेतों में पड़ी धान फसल को नुकसान हो रहा है। खेतों में धान या तो करपा के रूप में या खरही के रूप में है। धान को भीगने से बचाने की जुगत किसान लग गए हैं। मगर इसकी पर्याप्य व्यवस्था नहीं हो पा रही है। अभी धान की मिंजाई भी चल रही है। खेत गीले होने से मिजाई में भी दिक्कत आने वाली है। फ्लारी के आसपास हुई बारिश से खेत आंशिक रूप से पानी से भर भी गए हैं।
इधर इस तूफान ने ठंड भी बढ़ा दी है। तापमान न्यूनतम 13 डिग्री और अधिकतम 20 डिग्री पर आ गया है। कलेक्टर दीपक सोनी ने धान खरीदी केंद्रों पर विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा धान कि सभी केंद्रों में को बारिश से बचाने के लिए ककर कैप लगाए जाएं। किसानों के लिए सुबह-सुबह अलाव जलाने की व्यवस्था करने के साथ ही रैन बसेरों में अलाव की व्यवस्था करने सभी नगरीय निकायों के सीएमओ को निर्देश दिए हैं। यह भी कहा कि रैन बसेरों में रुकने वाले लोगों को कंबल और गर्म कपड़ों की सुविधा अनिवार्य रूप से मुहैया कराई जाए। साथ ही चौक-चौराहों, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, अस्पताल और बाजार जैसे प्रमुख स्थानों पर अलाव जलाने की व्यवस्था की जाए।
किसान अब प्रशासन से मदद की उम्मीद कर रहे हैं। उनका कहना है कि बारिश से नुकसान होने की संभावना बढ़ गई है जिसकी भरपाई के लिए प्रशासन से मुआवजा मिलना चाहिए। बारिश के बाद अब खेतों और खलिहानों में पड़े धान को सूखने में भी समय लगेगा, जिससे उनकी लागत और बढ़ जाएगी। यह सिलसिला जारी रहा, तो फसल पूरी तरह बर्बाद होगी।
धान भीगा तो जिम्मेदारी केंद्र प्रभारी की : कलेक्टर
मौसम में नमी एवं संभावित बारिश को देखते हुए कलेक्टर ने रविवार को पत्र जारी कर सभी धान खरीदी केंद्र के प्रभारी को धान को बारिश से बचाने किया के लिए पर्याप्त व्यवस्था करने के निर्देश दिये है। इसके तहत सभी केंद्रों में कवर कैंप – लिए रखने कहा गया है। उन्होंने आगे कहा कि बारिश से धान भीगा तो सीधा कार्रवाई खरीदी अथवा केंद्र प्रभारी पर होगा। उसके लिए वे स्वयं जिम्मेदार होंगे। सुबह-सुबह धान बेचने आये बलाए किसानों के लिए अलाव जलाने की व्यवस्था करने को कहा। एकाएक तापमान में गिरावट क्यों से दर्ज की गयी है। जिससे जिले में ठंड बढ़ गयी है। इसके साथ ही सभी एसडीएम, नायब बस्थ्य तहसीलदार, तहसीलदार, जनपद सीईओ, सहकारिता, बैंक, खाद्य विभाग के अधिकारियों को फील्ड में जाकर निरीक्षण कर कार्यालय को प्रतिवेदन जमा करने के निर्देश दिये है