पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आरोप लगाया है कि जैसे ही उनकी गाड़ी सिरसा चौक पर पहुंची 50 से 60 लड़के गाड़ी के सामने आकर गाड़ी को रोककर नारेबाजी करने लगे और सुरक्षाकर्मियों के साथ दुर्व्यवहार किया। यहां बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के द्वारा गुंडागर्दी की गई।
छत्तीसगढ़ में पूर्व मुख्यमंत्री एक दिवसीय धरना प्रदर्शन में शामिल होने दुर्ग जा रहे थे इसी दौरान भिलाई के सिरसा गेट चौक के पास उनके काफिले को रोका गया और उनके सुरक्षाकर्मी के साथ बदसलूकी की गई।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एक दिवसीय धरना प्रदर्शन के शामिल होने पदुम नगर से दुर्ग जा रहे थे, इसी दौरान सिरसा गेट चौक पर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने उनके सुरक्षाकर्मी के साथ धक्का-मुक्की की। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आरोप लगाया है कि जैसे ही उनकी गाड़ी सिरसा चौक पर पहुंची 50 से 60 लड़के गाड़ी के सामने आकर गाड़ी को रोककर नारेबाजी करने लगे और सुरक्षाकर्मियों के साथ दुर्व्यवहार किया। यहां बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के द्वारा गुंडागर्दी की गई।
आगे भूपेश बघेल ने बताया कि सुरक्षा देना सरकार की जिम्मेदारी है, मेरी गाड़ी को दिनदहाड़े बजरंग दल के गुंडे रोक रहे हैं। सुरक्षा कर्मियों के साथ धक्का-मुक्की की गई।
बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भिलाई नगर विधायक देवेन्द्र यादव के गिरफ्तारी के विरोध में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन के बाद कलेक्ट्रेट घेराव करने पहुंचे। प्रदर्शन के दौरान बड़ी संख्या में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने बैरिकेट तोड़कर दूसरे बैरिकेट तक पहुंचे, जहां पुलिस और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच भी धक्का-मुक्की हुई।
काफिला रोकने और लाठीचार्ज की निंदा करते हैं’: प्रेस कांफ्रेंस के जरिए कांग्रेस ने ये साफ कर दिया कि वो ”सरकार के एक्शन से डरने वाली नहीं है”. घटना की निंदा करते हुए कांग्रेस ने कहा कि ”सरकार की तानाशाही बढ़ती जा रही है. लाठीचार्ज की घटना से ये साफ हो गया है कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार लोकतंत्र में विश्वास नहीं रखती है. बीजेपी अपना लोकतांत्रिक चरित्र खो चुकी है.”
”पहले झूठे मुकदमे में डेढ़ दर्जन से अधिक धाराओं के तहत कांग्रेस के विधायक को गिरफ्तार किया जाता है. हमारे विधायक को ऐसे अपराध में गिरफ्तार किया गया जिसमें वे शामिल नहीं रहे. हमारे पूर्व मुख्यमंत्री के काफिले को रोका गया. भाजपा, आरएसएस, बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता उनके साथ दुर्व्यवहार करते हैं. सुरक्षा कर्मियों के साथ धक्का मुक्की करते हैं. जब कांग्रेस के लोग इस मामले में अल्टीमेटम देकर थाने का घेराव करने जाते हैं तो लाठीचार्ज कर दिया जाता है.” – सुशील आनंद शुक्ला, प्रदेश अध्यक्ष, मीडिया विभाग, कांग्रेस
मार्च निकाल रहे मेरे साथी कार्यकर्ता शांतिपूर्ण ढंग से चल रहे थे। वे सिर्फ़ नारे लगा रहे थे।
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) August 27, 2024
देखिए पुलिस वालों ने कैसे बिना किसी उकसावे के उन पर लाठी बरसानी शुरु कर दी।
सरकारी नुमाइंदे मीडिया के ज़रिए अफ़वाह फैला रहे हैं कि प्रदर्शन के दौरान उन पर हमला पहले हुआ था। और मीडिया इस… pic.twitter.com/FCiRsxzQdl
भाजपा का आरोप है कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व उनके सुरक्षा कर्मियों से दुर्व्यवहार मामले में पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई की जानकारी लेने शाम छह बजे के करीब निगम महापौर निर्मल कोसरे व सभापति कृष्णा चंद्राकर थाने पहुंचे थे। वहां उन्होंने मामले में अब तक की गई गिरफ्तारी की जानकारी थाना प्रभारी से मांगी।
थाना प्रभारी ने बताया कि जांच चल रही है। इसके बाद सभापति कृष्णा चंद्राकर वहां से निकले और कुछ देर में ही बजरंग दल के एक कार्यकर्ता को पकड़ कर लाया। भाजपा का आरोप है कि उक्त युवक को सभापति पीटते हुए थाने लाए। इसकी जानकारी लगते ही रात में भाजपा कार्यकर्ता आक्रोशित हो गए। सैकड़ों कार्यकर्ता वहां पहुंच गए और सभापति के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे थे। अपराध दर्ज होने के बाद भाजपा कार्यकर्ता वहां से हटे।