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नई दिल्ली: इंडियन आर्मी चीफ जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा कि धीरे धीरे बॉर्डर एरिया के फॉरवर्ड इलाके भी टूरिस्ट के लिए खोले जा रहे हैं और बैटल फील्ड (लड़ाई के मैदान) की गाथा दुनिया को सुनाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि करगिल से लेकर गलवान और डोकलाम तक धीरे धीरे सभी इलाके पर्यटकों के लिए खोले जा रहे हैं। बॉर्डर एरिया डिवेलपमेंट कॉन्क्लेव में जनरल द्विवेदी ने कहा कि बॉर्डर एरिया में अगर मजबूत आर्थिक एक्टिविटी हो रही है और टूरिस्ट आ जा रहे हैं तो यह उन इलाकों में दुश्मन के गलत क्लेम को भी खारिज करता है साथ ही जो लोग कहते हैं कि हमारे ये एरिया गया, या ये एरिया ले लिया, उसका भी जवाब देता है।पर्यटकों के लिए खोले जा रहे हैं बॉर्डर के इलाके
उन्होंने कहा कि बॉर्डर के कई इलाके एकदम रिमोट हैं लेकिन धीरे धीरे कई इलाकों को पर्यटकों के लिए खोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने टूरिजम मिनिस्टर, रक्षा मंत्री और प्रधानमंत्री से भी वादा किया है कि there will be no, NO ( मना नहीं किया जाएगा।) उन्होंने कहा कि अगर फॉरवर्ड एरिया में जाने से कोई रोकेगा तो वह सिर्फ आर्मी हेडक्वॉर्टर होगा और ज्यादातर जगह पर्यटकों के लिए खोली जा रही है और इस दिशा में काम हो रहा है। आर्मी चीफ ने कहा कि वर्जिन एरिया (जहां अब तक लोग पहुंचे नहीं हैं) को दुनिया को दिखाने की जरूरत है और वहां की आवाज भी पूरी दुनिया में जानी चाहिए, सियाचीन, मांचुका जैसे इलाकों की आवाज। उन्होंने कहा कि इन इलाकों में पर्यटन की क्षमता का इस्तेमाल करने की जरूरत है। साथ ही यहां जो सिविलियंस हैं उन्हें ज्यादा मजबूत करने की जरूरत है। पर्यटन के विकास के लिए उनके साथ समन्वय करने की जरूरत है।