इंडिया टुडे से जुड़े शिबिमोल के इनपुट्स के मुताब़िक मरीज का नाम रविन्द्रन नायर है. 59 साल के हैं. उल्लूर के रहने वाले हैं. केरल विधानसभा में काम करते हैं. 13 जुलाई को रविन्द्रन अपनी पत्नी के साथ तिरुवनंतपुरम मेडिकल कॉलेज आए थे. उनकी पत्नी इसी अस्पताल में काम करती हैं. वो डॉक्टर से मिलने के बाद वापस अपने काम पर लौट गईं. वहीं रविन्द्रन ओपी ब्लॉक में जाने के लिए लिफ्ट में गए थे.
घटना के बारे में पुलिस ने बताया,
“मरीज पहली मंजिल पर जाने के लिए लिफ्ट में चढ़ा था. लेकिन उसका दावा है कि लिफ्ट दो मंजिलों के बीच फंस गई और खुली नहीं. उनका फोन भी गिर कर टूट गया. रविन्द्रन ने बताया कि उन्होंने अलार्म दबाने और लिफ्ट के अंदर फोन का उपयोग करके कॉल करने की कोशिश की लेकिन किसी ने जवाब नहीं दिया. मदद के लिए आवाज लगाई, लेकिन कोई नहीं आया.”
.केरल के तिरुवनंतपुरम मेडिकल कॉलेज की एक मरीज लिफ्ट के लिए मुसीबत बन गई. वो अस्पताल चेकअप कराने आया था, लेकिन लिफ्ट में फंस गया. कुछ मिनट या घंटों के लिए नहीं, बल्कि पूरे दो दिन तक. कड़ी मशक्कत के बाद 15 जुलाई को मरीज को लिफ्ट से बाहर निकाला गया है. बताया जा रहा है कि मरीज ओपी ब्लॉक में लिफ्ट के अंदर फंसा था, जिसकी जानकारी किसी को नहीं थी. उधर, मरीज के चिंतित परिवार ने पुलिस स्टेशन में उसके लापता होने की शिकायत दर्ज करवा दी.!
हर तरफ खोजबीन करने लेने के बाद भी जब रविन्द्रन का कुछ पता नहीं चला तो परिवार ने 14 जुलाई की रात को मेडिकल कॉलेज पुलिस में गुमशुदगी का मामला दर्ज करा दिया. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि 15 जुलाई की सुबह घटना के बारे में उस समय पता चला, जब लिफ्ट ऑपरेटर ने नियमित काम के लिए लिफ्ट चालू कर रहे थे!.
घटना के बाद रविन्द्रन को मेडिकल चेकअप के लिए अस्पताल ले जाया गया.
इस घटना पर केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा है कि मामले की जांच की जाएगी. साथ ही तिरुवनंतपुरम मेडिकल कॉलेज के दो लिफ्ट ऑपरेटरों और एक ड्यूटी सार्जेंट को जांच लंबित रहने तक निलंबित कर दिया गया है. मंत्री वीणा जॉर्ज ने चिकित्सा शिक्षा विभाग के निदेशक को जांच कर तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया था.